उदयपुर संभाग का सबसे बड़ा एमबी हॉस्पिटल इन दिनों दवाईयों की कमी से जूझ रहा है। एमबी हॉस्पिटल में कई बिमारियों की दवाईया नहीं मिलने से मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ रही है। हॉस्पिटल में स्टॉक खत्म होने से यहां पर आने वाले मरीजों को बैंरग लौटना पड़ रहा है। एमबी हॉस्पिटल में बीपी, शुगर, कैंसर, हेपेटाइटिस-बी की दवा-इंजेक्शन, खून पतला करने की दवा समेत बच्चों के खांसी–बुखार की सिरप तक उपलब्ध नहीं है। दवाओं की सप्लाई नहीं होने से पूरी व्यवस्था लड़खड़ा गई है।

एमबी हॉस्पिटल अधीक्षक ने झाड़ा पल्ला, नहीं दिया जवाब
उदयपुर संभाग के सबसे बड़े एमबी हॉस्पिटल में रोजाना हजारों मरीज इलाज के लिए आते है, यहां पर दवाईयों के स्टॉक को लेकर जब हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन से बात करनी चाही तो उन्होंने पल्ला झाडते हुए कह दिया कि दवाईयों का स्टॉक आ चुका है जबकि कांउटर पर दवाईया नहीं मिलने से मरीजों को बैरंग लौटना पड़ रहा है।
एमबी हॉस्पिटल में निशुल्क दवा वितरण के है 25 काउंटर
एमबी हॉस्पिटल में पिछले कई महीनों से बीपी-शुगर की दवा नहीं है। इसके अलावा तमाम अन्य बीमारियों की भी दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। मरीज इन दवाओं के लिए इधर-उधर ठोकरें खा रहे हैं। खास बात यह है कि हॉस्पिटल में दो दर्जन से अधिक कांउटर होने के बाद भी स्टॉक उपलब्ध नहीं होने से लोग परेशान है।
बाहर से खरीदनी पड़ रही दवाएं
एमबी हॉस्पिटल की मल्टी स्पेशियलिटी, शुगर–थायराइड, किडनी, यूरोलॉजी, गेस्ट्रोलॉजी, सर्जरी, कैंसर और कार्डियोलॉजी विभाग के मरीज आते हैं। लंबे समय से यहां इन बीमारी की दवाइयों की कमी है। कुछ मरीजों ने बताया कि किडनी की दवा किसी कांउटर पर नहीं थी ऐसे में कुछ दवाईया बाहर से खरीदनी पड़ी।