जगह—जगह पुष्प वर्षा से हुआ कावड यात्रा का स्वागत
उदयपुर। बम—बम भोले और बोले रे भाई बम के जयकारों से साथ शुक्रवार की सुबह गंगुकुंड से शुरू हुई कावड यात्रा में हजारों कावड़ियों के जयकारों ने पूरे शहर को शिवमय कर दिया। शिव महोत्सव समिति की ओर से आयोजित इस कावड यात्रा का शुभारंभ नाथद्धारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, भाजपा शहर जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, देहात जिलाध्यक्ष चन्द्रगुप्त सिंह चौहान, यज्ञनारायण शर्मा, कमलेन्द्र सिंह सहित अतिथियों ने पांच नदियों से लाये पवित्र जल की पूजा अर्चना कर किया।
कावड यात्रा के आगे खुली जीप में पीतल के बडे कलश में सात नदियों से लाया गया जल भरकर रखा गया। उसके पीछे डीजे पर महादेवजी का गाना बजता रहा और कई कावडियें उस पर झूमते हुए दिखाई दिए। शुभारंभ से पहले अलसुबह से ही कावडिये अपने—अपने वाहन से गंगुकुंड पर पहुंचना शुरू हो गए और उसके बाद तय समय पर इस कावड यात्रा को प्रारम्भ किया गया। गंगुकुंड पर हजारों की संख्या में पहुंचे कावड़ियों ने भगवान शिव के जयकारों से गंगुकुंड को गूंजाएमान कर दिया। कावड यात्रा संयोजक रामकृपा शर्मा ने बताया कि कावड यात्रा गंगु कुण्ड से शुरू होकर आयड़, अशोक नगर, शक्ति नगर, टाउन हॉल, बापू बाजार, देहली गेट, तीज का चौक, मंडी की नाल, मोचीवाडा, घंटाघर, जगदीश चौक, गडिया देवरा, चांदपोल, ब्रहृमपोल, दुधिया गणेशजी, रामपुरा, गोरेल्ला, धार, मोरवानिया होते हुए उभेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। यहां पर गंगा जल से कावडियों ने महादेव का अभिषेक किया। प्रवक्ता कृष्णकांत कुमावत ने बताया कि कावड यात्रा में कावड़िये सफेद बनियान, कुर्ता, धोती एवं कपड़े के बुट व महिलाएं केसरिया परिधान में शामिल हुई।
अच्छी बारिश और सुख शांति के लिए निकाली जाती है कावड यात्रा
सावन का महीना भगवान शिव को प्रिय होता है और इसमें उनकी अराधना के लिए कावड यात्रा का आयोजन किया जाता हैं। शिव महोत्सव समिति के अध्यक्ष यज्ञ नारायण शर्मा ने बताया कि यह कावड यात्रा वर्ष 2006 से निरन्तर निकाली जा रही हैं। इसमें शामिल होने वाले कावडियें भगवान शिव पर जलाभिषेक कर अच्छी बारिश और प्रदेश में सुख शांति की कामना करते हैं।
जगह—जगह कावड यात्रा का पुष्पों से हुआ स्वागत
शिव महोत्सव समिति की ओर से आयोजित कावड यात्रा गंगुकुंड से रवाना हुई, उसके पश्चात कावडियों का पुष्पों से स्वागत किया गया। इसके अलावा धार्मिक, सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों द्वारा कावड़ियों के लिए पानी, मिल्क रोज, आईसक्रीम, फु्रट्स की जगह—जगह स्टॉल लगाई गई ताकि कावडियों को उभेश्वर पहुंचने के दौरान थकावट महसूस नहीं हो। मंदिर परिसर में आने वाले कावड़ियों एवं भक्तों के लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था भी की गई।