पैतृक गांव लालपुरिया में होगा अंतिम संस्कार, पार्थिव देह के दर्शनों के लिए उमड़ी भीड़
सलूम्बर विधायक अमृतलाल मीणा का गुरूवार तड़के निधन हो गया। विधायक की मृत्यु की सूचना पर अलसुबह एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी की बाहर उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन और ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा पहुंच गए और गहरी संवेदना व्यक्त की। वहीं धीरे—धीरे मोर्चरी के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं का जमावडा लग गया।
इसके बाद करीब 10 बजे अमृतलाल मीणा की पार्थिव देह को उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल से सलूंबर के लिए रवाना किया गया। मीणा के पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव लालपुरिया ले जाया जाएगा। वहां पर अंतिम संस्कार होगा। मीणा सेक्टर 14 स्थित उनके रिश्तेदार के यहां एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। यहां पर देर रात करीब डेढ़ बजे तबियत बिगडने के बाद उन्हें सबसे पहले गोवर्धन विलास स्थित सीएससी ले जाया गया। यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद एमबी हॉस्पिटल रेफर कर दिया। हॉस्पिटल पहुंचने के बाद चिकित्सकों ने मीणा को मृत घोषित कर दिया। मीणा की मौत की खबर आग की तरह फैल गई और भाजपा कार्यकर्ताओं सहित पूरे सलूम्बर में शोक की लहर फैल गई।
मीणा के अंतिम दर्शनों के लिए उमडी भीड़
विधायक अमृतलाल मीणा के पोस्टमार्टम के बाद एमबी हॉस्पिटल से शव को उनके गांव के लिए ले जाया गया। इस दौरान जगह—जगह पर अंतिम दर्शनों के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं सहित आदिवासी समाज के लोगों की भीड उमड़ पड़ी। इनकी अचानक मृत्यु ने सभी को चौंका दिया। कोई भी यह मानने को तैयार नहीं था कि विधायक अमृतलाल मीणा यूं छोडकर चले जाएगें।
तीन बार से सलूम्बर विधायक थे मीणा, 20 साल से सक्रिय थे राजनिति में
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ भी मीणा को श्रद्धांजलि देने पहुंचेंगे। अमृतलाल मीणा लगातार तीन बार से सलूंबर के विधायक थे। उनकी आदिवासी नेता के तौर पर भी पहचान थी। विधायक मीणा सलंबूर जिले के लालपुरिया गांव में साल 1959 में जन्मे अमृतलाल मीणा करीब 20 साल राजनीति में सक्रिय रहे। मीणा ने साल 2004 में पंचायत समिति सराड़ा के सदस्य के तौर पर राजनीति की शुरुआत की थी। उसके बाद साल 2007-10 तक जिला परिषद उदयपुर के सदस्य और 2010 में पंचायत समिति सराड़ा में प्रतिपक्ष नेता बने। वे पहली विधायक विधायक साल 2013 में चुने गए। उन्होंने कांग्रेस की बसंती देवी मीणा को हराया था। उसके बाद 2018 और 2023 में कांग्रेस दिग्गज नेता रघुवीर सिंह मीणा को हराकर विधानसभा पहुंचे। अमृतलाल राजस्थान विधानसभा में प्राक्कलन समिति, प्रश्न एवं संदर्भ समिति, विशेषाधिकार समिति और अनुसूचित जनजाति कल्याण समिति के सदस्य रहे।