पांच राजस्व गांव समेत 11 मजरे कर रहे हैं नगर पालिका का विरोध
उदयपुर। जिले में वल्लभनगर नगर पालिका को सरकार ने वापस नहीं लिया तो गुमानपुरा गांव आगामी नगर पालिका चुनाव का बहिष्कार करेगा। पांच राजस्व गांव व मंजरे समेत 11 गांव को वल्लभनगर नगर पालिका में शामिल किए जाने के विरोध में उपखंड कार्यालय के सामने ग्रामीणों की क्रमिक भूख हड़ताल शुरू हुई।
किंग सेना वल्लभ नगर विकास समिति के बैनर तले पहले दिन क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे गुमानपुरा गाँव के बाशिंदों ने सरकार को खुली चुनौती दे दी कि यदि उनके गाँव को पालिका क्षेत्र से नहीं हटाया गया तो वे आगामी नगर पालिका चुनाव का बहिष्कार किया करेंगे। सभा को संबोधित करते हुए मिट्ठू लाल डांगी ने कि गुमानपुरा में पालिका के दो वार्ड हैं, इन्हे हटाया जाए और गांव के चार राजस्व गांव और सात मंगरे-फले को मिलाकर अलग से पंचायत बनाई जाए। मांग पूरी नहीं होने पर आगामी पंचायत-पालिका चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। साथ ही गांव में किसी भी प्रत्याशी को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
धरना स्थल पर किंग सेना मातृभूमि धर्म संघ के रणनीतिकार घनेंद्र सिंह सरोहा ने कहा की पालिका क्षेत्र की प्रस्तावित 2400 हेक्टेयर जमीन में से केवल 400 हेक्टेयर ही शहरी क्षेत्र में आती है. ऐसे में किसान, एससी-एसटी बहुसंख्यक पूरे क्षेत्र को ही पालिका घोषित करना कहां तक जायज है।
किसान महापंचायत के तहसील अध्यक्ष द्वारिकाधीश अग्रवाल ने कहा कि क्षेत्र में ना कोई उद्योगिक क्षेत्र है ना ही रोजगार के कोई साधन, इसके बावजूद तुरत फ़ुरत में यहाँ नगर पालिका बना दी गई। उन्होंने चुनाव बहिष्कार के लिए ग्रामीणों के हाथ खड़े कर सहमति दर्शाई।
रता गमेती,धर्मराज गमेती ने कहा कि पालिका क्षेत्र के 11 गांव में एससी-एसटी बहुल आबादी है। बिजली कनेक्शन के लिए 20 हजार की बजाय अब डेढ़ लाख कहां से दे पाएंगे. कल को नक्शा पास के पैसे, नाल कलेक्शन के पैसे, सीवेज कनेक्शन के पैसे, कहां-कहां और कितने कितने टैक्स देने होंगे यह हम ग्गरीब ग्रामीणों के बस की नहीं है. सरकार पहले क्षेत्र में काम धंधे उपलब्ध कारण फिर गांव को पालिका क्षेत्र में ले।
उल्लेखनीय की पालिका क्षेत्र में आ रहे ग्रामीणों ने एक सप्ताह पूर्व मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन देकर 11 गांव को नगर पालिका क्षेत्र से हटाने की मांग की थी. साथ ही 11 गांव के बीच कम से कम दो पंचायत गठित करने की बात कही थी.
ये रहे उपस्थित
धरना स्थल पर द्वारिकाधीश अग्रवाल, मीठालाल डांगी, शिवलाल डांगी, अमरचंद डांगी, लालाजी डांगी, रताजी गमेती, धर्मराज गमेती, सुखलाल गमेती, पन्नालाल गमेती, पार्षद हरिशंकर डांगी, शंकर लाल डांगी, जगदीश डांगी, कजोड़ जी भोपाजी, मांगूजी भोपाजी, नाथूजी, मानाराम डांगी, वगतराम डांगी,वालचंद डांगी, केसुलाल गमेती सहित गुमानपुरा गांव के बड़ी संख्या में बाशिंदे मौजूद रहे।