उदयपुर। विदेशों में सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसों को चलते हुए आपने देखा होगा लेकिन अब इलेक्ट्रिक बसें जयपुर से दिल्ली के बीच चलेगी। इसके लिए परिवहन विभाग की ओर से काम किया जा रहा हैं। इलेक्ट्रिक बसों का किराया फ्यूल बसों से 30 प्रतिशत कम होगा और एक साथ तीन बसों को जोड़कर चलाया जाएगा।
इस बात की घोषणा सोमवार को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने महाराणा प्रताप एयरपोर्ट के समीप रूपी रिसोर्ट मैदान में आयोजित कार्यक्रम में की। इस मौके पर नितिन गडकरी ने 17 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कियाए कार्यक्रम में गडकरी ने कहा कि वे कुछ समय पहले चेकोस्लोवाकिया के प्राग शहर गए थे।
वहां सड़क के ऊपर केबल थीए जिस पर इलेक्ट्रिक बस चल रही थी। उन्होंने बताया कि दिल्ली.मुंबई एक्सप्रेस.वे को जयपुर से जोड़ा जा रहा है।
इसे इलेक्ट्रिक हाईवे के तौर पर बनाया जाएगा। इसके बाद जयपुर.दिल्ली के बीच इलेक्ट्रिक बसें चलाईं जाएगी। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्माए उप मुख्यमंत्री दीया कुमारीए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी सहित कई मंत्रीए सांसद और विधायक सहित कई लोग मौजूद थे। गडकरी ने बताया कि सड़क के ऊपर रेलवे ट्रैक की तरह बिजली की केबल बिछाई जाएगी।
इसके बाद कोच की तरह तीन बसों को जोड़कर इस इलेक्ट्रिक बस को चलाया जाएगा।
इस बस में प्लेन जैसी सुविधा होगी। बिजनेस क्लास जैसी कैटेगरी रहेगी और साथ में चाय.नाश्ता भी मिलेगा। इसका किराया सड़कों पर दौड़ने वाली डीजल बसों की तुलना में 30 प्रतिशत कम रहेगा। खास बात है कि इसकी शुरुआत जल्द ही जयपुर से की जाएगी। अभी एक इलेक्ट्रिक बस दिल्ली से जयपुर के बीच संचालित की जा रही हैं। कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी ने 2500 करोड़ के प्रोजेक्ट की सौगात राजस्थान को दी।
उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि वे पानी में भी प्लेन को उतार चुके हैं। उन्होंने कहा कि उदयपुर में भी काफी झील है। सीएम भजनलाल शर्मा को उदयपुर में रिवर पोर्ट बनाने का सुझाव दिया।