उदयपुर। मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय में संविदा कर्मचारियों की हडताल खत्म लेने का नाम नहीं ले रही हैं। संविदा कर्मचारियो की मांगो के समर्थन में दोनों छात्र संगठन एबीवीपी और एनएसयूआई एक मंच पर खड़े होते दिखाई देर हैं। छात्र संगठनों ने शुक्रवार को कुलपति सुनीता मिश्रा के पुंतले का दहन किया।
इससे पहले छात्र संगठनों और कर्मचारी संगठनों ने एक विशाल शव यात्रा निकाली और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यहां पर एक बार फिर संविदा पर कार्य करने वाले कर्मचारियों की मांगो का विश्वविद्यालय में स्थाई रूप से कार्य करने वाले नॉन टीचिंग स्टॉफ ने पूरा समर्थन करते कि विश्वविद्यालय में पूर्ण रूप से कामकाज ठप्प कर रखा है लेकिन प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेग सकती।
राजस्थान विद्यापीठ एवं कुल कर्मचारी संघ ने भी दिया समर्थन
संविदा कर्मचारियों की ओर से की जा रही मांग को राजस्थान विद्यापीठ एवं कुल कर्मचारी संघ ने भी समर्थन दिया हैं। राजस्थान विद्यापीठ के कर्मचारी संघ ने पदाधिकारियों ने कहा कि कई वर्षो से कर्मचारी संघ द्वारा संविदा कर्मचारियों के सेवा विस्तार के लिए आंदोलन किया जा रहा है लेकिन प्रशासन द्वारा इसके लिए कोई स्थायी समाधान नही निकाल कर कार्मिको के भविष्य के साथ खिलवाड किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा क राजस्थान विद्यापीठ कर्मचारी संगठन ने आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार है और आगे भी हमेशा खडा रहेगा।
छात्र—छात्राओं को लगाने पर पड़ रहे है चक्कर नहीं हो रहे है कार्य
मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय में जिस तरह से संविदा कर्मचारी हडताल कर रहे है उसके बाद उनको समर्थन देने के लिए स्थाई कर्मचारी भी काम नहीं कर रहे है। ऐसे में विश्वविद्यालय के स्टूडेंस को चक्कर लगाने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं। विश्वविद्यालय में छात्र हितों के प्रति किसी का ध्यान नहीं है ऐसे ही चलता रहा तो छात्र हितों को सबसे ज्यादा नुकसान होने वाला है।