उदयपुर। भाजपा के शहर विधानसभा प्रत्याशी ताराचंद को उप महापौर पारस सिंघवी ने गैर सनातनी होना बताया है। पारस सिंघवीे ने आरोप लगाया कि भाजपा सनातन धर्म को मानने व सम्मान करने वाली पार्टी है और ऐसे व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया जो सनातनी नहीं है। धर्म को नहीं मानता और ना ही देवी-देवताओं को मानता है।
उप महापौर सिंंघवी ने कहा कि तारांचद जैन साधु संतों को भी नही मानते है। इस टिकट को बदलने की मांग को लेकर पारस सिंघवी ने सोमवार को शहर में एक स्वाभिमान रैली निकाने का आव्हान किया है। सिंघवी ने कहा कि सोमवार को टॉउन हॉल से 10 बजे यह रैली निकाली जाएगी, जो जगदीश मंदिर पर जाकर समाप्त होगी और भगवान जगदीश से सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना की जाएगी। वहीं सिंघवी ने खुलकर कहा कि यदि टिकट नहीं बदला तो दूसरा रास्ता अपनाया जाएगा।
भाजपा में टिकट वितरण के बाद से ही उठा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर विधानसभा से बनाए गए प्रत्याशी ताराचंद जैन के खिलाफ उप महापौर पारस सिंघवी के विद्रोही तेवर बरकरार है। रविवार को उप महापौर पारस सिंघवी के समर्थन मेें फिर से एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में उप महापौर पारस सिंघवी ने कहा कि मेरा विरोध पार्टी का नहीं ऐसे व्यक्ति का है जिसने संगठन को डुबोने का काम किया। उप महापौर सिंघवी ने कहा कि ताराचंद जैन ने नगर निगम में महापौर के चैम्बर में महिला पार्षदों के सामने गालियां दी, जिसके बाद सीने में दर्द होने पर हॉस्पीटल भर्ती हुआ तो कहा कि नाटक कर रहा है। विरोध इस बात का है। सिंघवी ने फिर से दोहराया कि प्रमोद सामर और रविन्द्र श्रीमाली को टिकट दे दिया जाए कोई गम नहीं है। विचारों का मतभेद हो सकता है।
सिंघवी ने कहा टिकट ऐसे को दिया गया जिसने भाजपा के ही खिलाफ काम किया और कटारिया के खिलाफ काम किया, जो संगठन को रोड़ पर लेकर आ गया। सिंघवी ने कहा कटारिया जी आंखे खोलकर देखा हमने आप के लिए पलक पांवड़ें बिछाए, कोई कसर नहीं रखी। 10 साल पहले किसी अन्य को चुनते तो हमारी आज यह हालत नहीं होती। विद्रोह की आग में सुलग रहे उप महापौर पारस सिंघवी ने ताराचंद जैन पर आरोप लगाया कि वो सनातनी नहीं है। देवी-देवताओं को नहीं मानता है। साधु-संतो को नही मानता है। हुमड़ भवन में विराजमान साधु-संतो के दर्शन के लिए आज तक नहीं गए पर जैसे ही टिकट मिला तो अचानक भक्ति जाग गई और दर्शन करने चले गए।
सिंघवी ने कहा कि वो नास्तिक है, जबकि भाजपा सनातन को आगे लेकर चलने वाली पार्टी और सनातन के बल पर ही भाजपा इस मुकाम पर पहुुंची है। सिंघवी ने आव्हान किया कि सोमवार को सभी 10 बजे टॉउन हॉल में एकत्रित होंगे वहां पैदल-पैदल जगदीश मंदिर चलेंगे, जहां पर भगवान जगदीश के सामने प्रार्थना करेंगे कि वे टिकट बदले। इस दौरान कोई गलत नारे नहीं लगाएगा।
किसी किमत पर स्वीकार नहीं
उप महापौर पारस सिंघवी ने कहा कि तारांचद जैन किसी किमत पर स्वीकार नहीं। यदि राह अलग करने के लिए मजबूर किया तो राह अलग चुनेंगे। सिंघवी ने रोते हुए कहा कि मैं स्वाभिमानी हूॅ। डंके की चोट पर विरोध करूंगा। मैं शहीद हो जाउंगा पर कायर नहीं हूँ, जो अन्याय का विरोध ना करूं। इसका विरोध किया जाएगा ताकी आगे किसी कार्यकर्ता के साथ ऐसा ना हो। विरोध पार्टी का नहीं उसका है जो सनातन को नहीं मानता है। पार्टी का कुंडा किया कार्यकर्ता को मारने का काम किया। डूंगरपुर प्रभारी रहते हुए वहां के लोगों को दुखी किया। मैं प्रमोद सामर के घर पर गया ेतो मुझसे पूछा कि प्रमोद सामर के घर पर क्यों गया। प्रमोद सामर ने क्या नहीं किया कटारिया के लिए। सिंघवी ने कहा कि ताराचंद उदयपुर छोड़कर सेमारी जाओ, उदयपुर कभी माफ नही करेगा। महावीर भगोरा के सामने चुनाव लड़ा, उस आदिवासी को कभी उपर नहीं आने दिया।
जैन समाज के टुकड़े किए, इसे हराओं
इस मौके पर उप महापौर पारस सिंघवी ने कहा कि गलत का विरोध समय पर नही किया तो जनता कभी माफ नहीं करेगी। जैन समाज के दो टुकड़े कर दिए। जैन समाज के अध्यक्ष के खिलाफ काम किया और जैन समाज का जनाजा निकालने का काम किया, जिसे टिकट दिया गया। विरोध डंके की चोट पर करेंगे। साथ ही शहरवासियों व जैन समाज से कहा कि ताराचंद को हराओ।
मेरी ही पार्टी ने धोखा दिया, मैं टूट गया
उप महापौर पारस सिंघवी ने बैठक में भर्राए गले से कहा कि मैने इस मुकाम पर आने के लिए काफी संघर्ष किया। बैंक चुनाव में जो कटारिया ने कहा वो किया, बिना किसी स्वार्थ के। इतना करने के बाद भी मेरी ही पार्टी ने मेरे साथ धोखा किया, जिससे मै टूट गया। जिस आदमी ने मेरे चरित्र हनन का प्रयास किया उसे ही आज प्रत्याशी बना दिया।
खुला है दूसरा रास्ता, मजबूर ना करें
सिंघवी ने कहा कि यदि निर्णय नहीं बदला तो दूसरा रास्ता अपनाना होगा। इसके लिए संगठन मजबूर ना करें। यदि संगठन नहीं माना तो जो भी साथी और कार्यकर्ता आदेश देंगे उसे माना जाएगा और जैसा वो कहेंगे वैसा किया जाएगा। सिंघवी ने कहा कि अब आर-पार की लड़ाई र्है। ऐसे व्यक्ति को कभी सहन नहीं किया जाएगा। सिंघवी ने कहा कि जिलाध्यक्ष का फोन आया था, पर मैं बात नहीं कर पाया। साथ ही कहा कि अन्य लोग भी सम्पर्क में है।
लाईव में कहा – श्रीमाली भी निष्पक्ष बात नहीं करते
शाम को फेसबुक लाईव पर आए उप महापौर पारस सिंघवी ने फिर से वहीं बाते दोहराते हुए कहा कि उदयपुर से प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, धर्मनारायण जोशी, रविन्द्र श्रीमाली, प्रमोद सामर, किसी ओबीसी के व्यक्ति को या किसी भी कार्यकर्ता को लड़ा दो पर ताराचंद को बदलो। साथ ही रविन्द्र श्रीमाली के लिए भी कहा कि आप निष्पक्ष बात नहीं करते फिर भी मैं आपके साथ हूं।
जिसने संगठन को तोड़ा उससे इतना मोह क्यूं फेसबुक लाईव पर आए उप महापौर पारस सिंघवी ने कटारिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस आदमी ने पार्टी को तोड़ा। आपके सामने ही नया संगठन कमल दल ग्रुप बनाया। जिस आदमी ने संगठन को तोड़ा, उससे इतना मोह क्यो। कोई कसर नहीं रखी दाईजी, धर्मनारायण जोशी के अपमान की। फिर इतना विशेष प्रेम क्यो।