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पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जरूरी है नाईट टूरिज्म, राज्यपाल कटारिया ने भी जताई आवश्यकता

उदयपुर। लेकसिटी में बढ़ती पर्यटकों की संख्या को देखते हुए उदयपुर में नाइट बाजार बहुत जरूरत है। लेकसिटी में हर माह पर्यटकों की संख्या बढ़ोतरी होती है ऐसे में यहां पर नाईट बाजार होने से राित्र को आने वाले पर्यटकों को परेशानी नहीं होगी।

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देश में पर्यटन के क्षेत्र में उदयपुर का नाम अव्वल स्थान पर रहता है लेकिन यहां पर नाइट में आने वाले टूरिस्ट को परेशानियां इस कदर होती है कि खाना तक नसीब नहीं होता है। पर्यटन विभाग ने भी नाइट टूरिज्म की संभावनाएं बताई है तो असम के राज्यपाल कटारिया ने यूडीएच मंत्री के समक्ष भी यह बात उठाई थी। वैसे नगर निगम चाहे तो भी यह काम आसानी से कर सकता है।

उदयपुर में रात दस बजे बाद आने वाले पर्यटकों के लिए होटल के अलावा बाजार में कोई फूड जोन नहीं मिलता है, जबकि बाहर से घूमकर आने वाले पर्यटक रात तक उदयपुर पहुंचते हैं। कई नई ट्रेने भी रात 10 बजे बाद उदयपुर आती है, लेकिन यहां आने वाले लोगों को खाने को लेकर परेशान होना पड़ता है।

फूड बाजार नहीं होने पर रात्रि को आने वाले पर्यटकों को मजबूरी में होटलों में ही खाना पड़ता है, जिससे होटल वाले अपनी मनमानी ढंग से पैसा वसूलते है, जिससे पर्यटकों की जेब पर भी आर्थिक भार पड़ता है। रात को आने वाले पर्यटक डीनर तो दूर की बात चाय- काफी के लिए तरस जाते हैं। जो पयर्टक बड़ी होटलों में ठहरते हैं। वहां तो खाना मिल जाता है, लेकिन बाकी पर्यटकों को परेशान ही होना पड़ता है। वे इधर से उधर चक्कर लगाते हैं। तब जाकर उनको अस्पताल कैंटीन या रेलवे स्टेशन पर कुछ मिलता है।

गुरुवार को एक कार्यक्रम में असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने यूडीएच मंत्री शांतिकुमार धारीवाल के समक्ष कहा था कि उदयपुर को पर्यटन के क्षेत्र में नंबर वन स्थान पर ले जाना है। उन्होंने उदयपुर में नाइट टूरिज्म के विकास की अपार संभावनाओं को बताते हुए इस दिशा में प्रयास करने की बात कही। उन्होंने कहा कि उदयपुर में नाइट बाजार विकसित होगा तो यहां रात में आने वाले पर्यटकों को परेशान नहीं होना पड़ेगा और सुविधाएं उपलब्ध होगी।

टूरिज्म डिपार्टमेंट ने भी सुझाए नाइट मार्केट के विकल्प

उदयपुर के टूरिज्म डिपार्टमेंट ने भी एक प्रस्ताव तैयार कर नाइट मार्केट के लिए विकल्प सुझाए है। इसके तहत यूआइटी पुलिया से फतहपुरा पुलिस चौकी तक हैडीक्राफ्ट मार्केट, सुखाड़िया सर्कल से सेंट मेरिज स्कूल के सामने से सहेलियों की बाड़ी तक फूड बाजार, उदयापोल से पुरानी रेलवे लाइन व नगर निगम शॉपिंग मार्केट के बीच फूड मार्केट के लिए विकल्प के तौर पर सुझाव दिए।

निगम चाहे तो खुद ही बना सकता है फूड बाजार

यहां पर यह विशेष बात है कि नगर निगम चाहे तो खुद ही फूड बाजार  बना सकता है। इसके लिए किसी की भी स्वीकृति की जरूरत नहीं है। शहर में कई जगह पर निगम की जगई बड़े-बड़े प्लॉट खाली पड़े है। ऐसे में निगम अपने स्तर पर ही शहर के चारों कोनों मेें चार बड़े-बड़े फूड बाजार बना सकती है ताकी आने वाले पर्यटकों को आसानी हो।

मई माह में आए थे सवा लाख पर्यटक

पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार मई माह में सवा लाख से अधिक पर्यटक आए थे। विभाग के आंकड़ों के अनुसार करीब 1 लाख 27 हजार घरेलू पर्यटक आए थे और 7 हजार विदेशी पर्यटक उदयपुर आए थे। ये वो आंकड़े है जो होटलों से मिले है। कई होटले ऐसी है जो पर्यटकों की सूचना पर्यटन विभाग को नहीं देती है।

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