भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर में नाट्य लेखन एवं निर्देशन कार्यशाला का आयोजन दिनांक 26 से 28 मई 2023 को राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, जोधपुर एवं भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डॉ. लईक हुसैन ने बताया कि भारतीय लोक कला मण्डल में देश के वरिष्ट रंगकर्मी एवं लेखकों का तीन दिवसीय नाट्य लेखन एवं निर्देशन कार्यशाला का उद्घाटन 26 मई 2023 को प्रातः 11 बजे होगा जिसमें स्वागत उद्बोधनः बिनाका जेश मालु, अध्यक्ष, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, जोधपुर कार्यशाला परिकल्पना एवं उद्देश्य उद्बोधन रमेश बोराणा, नाट्यविद (जोधपुर) द्वारा दिया जाएगा। सत्र में बीज वक्तव्य भानु भारती, नाट्य निर्देशक एवं चिंतक (उदयपुर), नन्द किशोर आचार्य, नाट्य लेखक एवं समीक्षक (बीकानेर) अध्यक्षीय भाषण देगें।
द्वितीय सत्र में दोपहर 2 से 3ः45 बजे प्रतिभागियों का परिचय नाट्य लेखन, विचार एवं प्रक्रिया आशीष पाठक, नाट्य लेखक (जबलपुर) देगें। नाट्य शास्त्र व पश्चिमी नाटक के संदर्भ में निर्देशक की परिकल्पना व भूमिका बी.एम. व्यास, लेखक-निर्देश्क (मुम्बई) करेगें। नाट्य लेखक एवं निर्देशक का संबंध डॉ. लईक हुसैन, लेखक निर्देशक, भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर एवं सत्र का संचालन अभिषेक मुद्गल करेगे।
तृतीय सत्र में सायं 4 से 5.30 बजे उद्बोधन विषय एवं वक्ता नाटक और सामाजिक सरोकार राघवेन्द्र रावत, लेखक-समीक्षक (जयपुर) नाट्य लेखन: दर्शन और प्रतिबद्धता नन्द किशोर आचार्य नाट्य लेखक-समीक्षक (बीकानेर) लेखक एवं निर्देशक के सम्बन्ध बी.एम. व्यास, जोधपुर, निर्देशक की दृष्टि और नाट्यालेख भानु भारती, नाट्य निर्देशक एवं चिंतक (उदयपुर) सत्र संचालन विपिन पुरोहित करेगें।
उसके पश्चात् कठपुतली एवं लोक नृत्य प्रदर्शन सायं 6ः00 बजे से 7ः00 बजे तक गोविन्द कठपुतली सभागार में होगा। उसी दिन शाम 8 बजे आलम शाह ख़ॉन साहब की कहानी ‘मौत का मजहब’ की प्रस्तुति भारतीय लोक कला मण्डल के मेला ग्राउण्ड में दि परफोरमर्स कल्चरल सोसायटी, उदयपुर के कलाकारों द्वारा युवा लेखक एवं नाट्य निर्देशक कविराज लईक के निर्देशन में होगी।
दूसरे दिन दिनांक 27 मई 2023 को प्रथम सत्र प्रात: 9ः45 से 11ः15 बजे होगा जिसमें उद्बोधन विषय एवं वक्ता कविता एवं नाटक का संबंध किशन दाधीच, कवि (उदयपुर) कथानक एवं कहानी श्रीमती रीना मेनारिया, कहानीकार (उदयपुर) बाल एवं कठपुतली नाट्य लेखन डॉ. महेन्द्र भानावत, लोकविद् (उदयपुर) सत्र संचालन हरीश बी शर्मा करेगें। द्वितीय सत्र प्रातः 11ः30 बजे से दोपहर 01ः00 बजे पुरूस्कृत 2 नाटकों का नाट्यापाठ एवं चर्चा सत्र संचालन अभिषेक मुद्गल होगे।
तृतीय सत्र दोपहर 2ः00 से 3ः30 बजे पुरूस्कृत 2 नाटकों का नाट्यापाठ एवं चर्चा, सत्र संचालन अभिषेक मुद्गल, चतृर्थ सत्र दोपहर 3ः45 से 5ः30 बजे पुरूस्कृत 2 नाटकों का नाट्यापाठ एवं चर्चा सत्र संचालन अभिषेक मुद्गल तथ पंचम सत्र (गार्डन- भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर) सायं 5ः30 बजे से 6ः45 बजे उद्बोधन विषय एवं वक्ता: नाटक किसका? लेखक, निर्देशक, अभिनेता व बाजार के संदर्भ में बी.एम.व्यास, लेखक-निर्देशक (मुंबई) मेरी लेखन प्रक्रिया अशीष पाठक, नाट्य लेखक (जबलपुर) आलेख चयन एवं निर्देशन प्रक्रिया भानु भारती, लेखक- निर्देशक (उदयपुर) सत्र संचालन अभिषेक मुद्गल करेगें।
तीसरे दिन 28 मई 2023 प्रथम सत्र में प्रात:9ः 45 से 11ः15 बजे पुरूस्कृत नाट्य लेखकों के कार्यशाला अनुभव , पुरूस्कृत नाटकों हेतु चयनित निर्देशकों के वक्तव्य सत्र संचालन डॉ. एस.पी. रंगा, समापन सत्र प्रातः 11ः30 बजे से दोपहर 1 बजे उद्बोधन विषय एवं वक्ता पुरूस्कृत नाटकों पर चर्चा का निष्कर्ष विवरण राघवेंन्द्र रावत, समीक्षक कार्यशाला सृजन उपोदय वक्तव्य भानु भारती, लेखक- निर्देशक (उदयपुर) कार्यशाला समीक्षक वक्तव्य नन्दकिशोर आचार्य, नाटककार-समीक्षक (बीकानेर), कार्यशाला समापन वक्तव्य रमेश बोराणा, नाट्यधर्मी (जोधपुर) आभार ज्ञापन श्रीमती बिनाका जेश मालू, अध्यक्ष, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी सत्र संचालन: डॉ. लईक हुसैन, कार्यशाला समन्वयक होगें।