राजस्थान में भाजपा सरकार के कार्यकाल का एक वर्ष पूर्ण होने पर जहां एक ओर संभाग मुख्यालय पर अलग—अलग राज्य स्तरीय कार्यक्रम कर जश्न मनाया गया तो वहीं दूसरी और विपक्ष की भूमिका निभा रही कांग्रेस ने सरकार के कार्यकाल पर सवाल खडे किए हैं। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से नियुक्त संभाग प्रभारी मुख्यालय पर पत्रकारों से रूबरू होते हुए सरकार की नाकामियों की गिनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। उदयपुर संभाग के प्रभारी बांसवाडा विधायक अर्जुनसिंह बामणिया ने शनिवार को पत्रकारों से रूबरू होते हुए सरकार के कार्यकाल पर सवाल खड़े किए।
उन्होंने सरकार को महंगाई, बेरोजगारी, महिला अत्याचार और किसानों की समस्याओं पर घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों का अभाव और सरकार की विफलता से यह साफ है कि भाजपा सरकार जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने में पूरी तरह से फैल रही है। बामणिया ने गेहूं की एमएसपी के ऊपर बोनस देकर 2,700 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीद की घोषणा को जुमला बताया और किसानों की नीलाम हुई जमीन का उचित मुआवजा देने के लिए मुआवजानीति नहीं बना पाने के लिए भजनलाल सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि किसानों को पर्याप्त डीएपी खाद नहीं मिल रहा है ओर दूसरी ओर उर्वरक की भी कालाबाजारी की गई। अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का किसानों को मुआवजा नहीं मिला। सरकार ने युवाओं को एक वर्ष में एक लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया लेकिन उसे भी पूरा नहीं कर पाई। 11 महीने से युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला।
महिला सुरक्षा में भाजपा सरकार पूरी तरह हुई फेल
अर्जुनसिंह बामणिया ने पत्रकारों के सामने प्रदेश में एक वर्ष में महिलाओं और बच्चियों के साथ हुई दरिंदगी का आंकडा पेश करते हुए कहा कि एक साल में 7 हजार महिलाएं व बच्चियों के साथ दरिंदगी हुई है और इस मसले पर सरकार पूरी तरह से फैल हुई हैं। राज्य सरकार ने अपनी ही लखपति दीदी योजना के अंतर्गत एक लाख से ज्यादा ग्रामीण महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण से वंचित रखा। इसके बाद लाडो प्रोत्साहन योजना में बालिका जन्म पर 2 लाख के सेटिंगबॉन्ड की घोषणा भाजपा ने की थी वह भी अब तक धरातल पर नहीं उतरी हैं।