उदयपुर। महाशिवरात्रि के पर्व पर एकलिंगजी मंरि में बुधवार रात 10 बजे से चार प्रहर की पूजा अर्चना शुरू होगी जो कि गुरूवार दोपहर 12 बजे तक चलेगी। श्री एकलिंगजी ट्रस्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी तदनुसार 26 फरवरी बुधवार को कैलाशपुरी स्थित भगवान एकलिंगनाथ के मंदिर में महाशिवरात्रि का महोत्सव रात्रि 10.00 बजे से मनाया जाएगा।महाशिवरात्रि की विशेष पूजा रात्रि 10.00 बजे से आरम्भ होगी जो चार प्रहर तक निरन्तर चलती रहेगी और दूसरे दिन गुरुवार दिनांक 27.2.2025 प्रातः 11.30 से 12.00 बजे के बीच पूर्ण होगी।
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चारों प्रहर की पूजा में विशेष शृंगार, किया जाएगा। विशेष पंचामृत भी धारण होगा। पंचामृत: महाशिवरात्रि पर चारों प्रहर की पूजा में प्रत्येक प्रहर में 13 रूद्रीपाठ होते हैं। प्रत्येक प्रहर में सवा नौ किलो प्रत्येक दूध, दही, घी, शहद एवं शक्कर का पंचामृत श्री एकलिंगनाथ को धारण होता है। इस प्रकार कुल 46¼ किलो की मात्रा में पंचामृत की सामग्री एक प्रहर मंे चढ़ाई जाएगी है एवं 52 रूद्राभिषेक किये जाएगें। महाशिवरात्रि की सेवा में चारों प्रहर पैलेस बैण्ड निरन्तर बजते रहेगे।
महाशिवरात्रि पर चारों प्रहर की पूजा में दर्शन बुधवार को रात्रि 10.00 बजे से दूसरे दिन दिनांक गुरुवार अपरान्ह तक निरन्तर खुले रहेंगे, क्योंकि महाशिवरात्रि की पूजा निरन्तर चलती रहती है। दर्शनार्थी गुरुवार सुबह 11.30 बजे तक महाशिवरात्रि के दर्शन लाभ ले सकेंगे, इसके बाद नियमित त्रिकाल पूजा आरम्भ होगी जिसके चलते सामान्य दर्शन पुनः गुरुवार दिनांक रात्रि 8 बजे तक लगातार खुले रहेंगे।