उदयपुर। शहर सविना थाना क्षेत्र में एक विवाहिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका के पीहर पक्ष ने पति व ससुराल पक्ष पर दहेज की मांग को लेकर हत्या कर शव को लटकाने का आरोप लगाया है। मृतका का पति झाडोल ब्लॉक में मेडिकल ऑफिसर है और मृतका की शादी की दो वर्ष पूर्व हुई थी। पुलिस ने शव को पीहर पक्ष के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस के अनुसार योगिता (24) पुत्री ईश्वर सिंह निवासी उस्मानिया आसपुर डुंगरपुर की शादी दो वर्ष कोरोना काल में बामणिया झल्लारा निवासी करण सिंह पुत्र फतहसिंह राठौड़ के साथ हुई थी। करण सिंह राठौड़ झाडोल ब्लॉक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर मेडिकल ऑफिसर के पद पर कार्यरत है और उदयपुर में सविना थाना क्षेत्र के हिरामन सोसायटी डाकन कोटड़ा में किराए पर रहता है। इस विवाहिता ने दोपहर को 1 बजे अपने घर पर कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मृतका के ससुराल पक्ष शव लटका देखा तो पुलिस को बताया, जिस पर थाने से जाब्ता आया और शव को उतरवाकर एमबी चिकित्सालय लेकर गए, जहां पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। शव को मोर्चरी में रखवाया। इधर मृतका के पीहर पक्ष को रात्रि को इसका पता चला तो वे मोर्चरी पहुंचे तो वहां पर परिजन नदारद थे। मंगलवार सुबह मुर्दाघर के बाहर सैंकड़ों की संख्या में मृतका के पीहर पक्ष के लोग एकत्रित हो गए और पीहर पक्ष ने हत्या कर शव को लटकाने का आरोप लगाया। मृतका के पिता ईश्वर सिंह ने मृतका के पति करणसिंह, ससुर फतहसिंह और सास चन्द्र कुँवर पर दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया।
पिता ने बताया कि शादी के बाद से ही मृतका को दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे थे और मारपीट करते थे। जिस पर कई बार समझाईश भी की गई थी। मृतका के पिता ईश्वर सिंह ने बताया कि 9 अगस्त को बात की थी और रविवार को भी बात की थी। सोमवार को 11 बजे फोन लगाया तो योगिता ने फोन नहीं उठाया तो परिजनों ने सोचा की वह पढ़ाई कर रही थी। इसके बाद कई बार फोन लगाया पर उसने नहीं उठाया। इसके बाद दामाद करणसिंह को भी फोन लगाया पर उसने भी नहीं उठाया। 3 बजे ससुर फतह सिंह को फोन लगाया कि उसने कहा कि वह घर पर जा रहा है। इसके बाद फतहसिंंह ने भी फोन नहीं उठाया।
इस पर परिजन रात्रि को उदयपुर रवाना हो गए। उदयपुर आने के दौरान योगिता द्वारा मरने की जानकारी मिली। रात्रि को वे मोर्चरी पहुँचे तो ससुराल पक्ष वहां से गायब था। मृतका के पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने दहेज हत्या का मामला दर्ज कर डॉ महेन्द्र खींची, गायनिक से डॉ. पिंकी बालोटिया, सर्जरी विभाग से डॉ. अतुल आमेटा और मेडिसिन विभाग से रामगोपाल के मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम करवाकर पीहर पक्ष के सुपुर्द कर दिया। पीहर पक्ष शव लेकर गांव रवाना हो गया।