विधानसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग की पहल पर 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों और 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले दिव्यांगजन के लिए होम वोटिंग का प्रथम चरण शुरू हुआ। जिले की 8 विधानसभा क्षेत्रों में गठित टीमों ने निर्धारित रूट चार्ट पर भ्रमण कर घर-घर जाकर चिन्हित मतदाताओं से मतदान कराया।
घर बैठे लोकतंत्र की गंगा में स्नान का अवसर पाकर बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने पूर्ण उत्साह के साथ मताधिकार का उपयोग किया। साथ ही निर्वाचन आयोग की व्यवस्था पर खुशी व्यक्त की। निर्वाचन आयोग ने लोकतंत्र के उत्सव में सभी की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों और 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले दिव्यांगजनों के लिए होम वोटिंग सुविधा उपलब्ध कराई है।
जिले में कुल 3815 मतदाताओं ने होम वोटिंग का विकल्प चुना है। इसके लिए 8 विधानसभा क्षेत्रों में 82 मतदान दलों का गठन किया गया है। होम वोटिंग को लेकर मतदाताओं में खासा उत्साह नजर आया। मतदान दलों ने माइक्रो आर्ब्जवर, बीएलओ, प्रत्याशियों के बूथ एजेंट आदि की उपस्थिति में बिना गोपनीयता भंग किए पूर्ण पारदर्शिता से घर-घर जाकर चिन्हित मतदाताओं की वोटिंग कराई। जो मतदाता बिस्तर से उठने में सक्षम नहीं थे, उनके लिए बेड पर ही मतदान की प्रक्रिया की गई। पहली बार इस तरह की व्यवस्थाएं देखकर मतदाताओं और परिवारजनों ने खुशी व्यक्त करते हुए भारत निर्वाचन आयोग का आभार व्यक्त किया।