रंगो के त्यौहार होली से पहले उदयपुर में पुलिस की जिला विशेष टीम और हिरणमगरी थाना पुलिस ने शनिवार को एक बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया। पुलिस ने कलडवास स्थित रीको इंडस्ट्री एरिया में नकली घी बनाने वाली फैक्ट्री का भांडाफोड करते हुए दो लोगों को डिटेन किया है। जिसमें फैक्ट्री संचालक लोकेश जैन शामिल है इसके अलावा मौके से डेढ़ टन से अधिक नकली घी को जब्त किया है। पुलिस महकमें की ओर से पकड़ी गई नकली घी की फैक्ट्री के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग के निरीक्षक मय टीम मौके पर पहुंचे। वहां पर अलग—अलग ब्रांड के टीन और छोटी पैकिंग मिलने के बाद सभी को अपने कब्जे में लिया और सेम्पलिंग की गई।

सरस, नोवा, अमूल व कृष्णा ब्रांड के टीन मिले
खाद्य सुरक्षा विभाग के निरीक्षक अशोक गुप्ता ने बताया कि शनिवार की सुबह सीएमएचओ डॉ. अशोक आदित्य की ओर से सूचना दी गई कि डीएसटी व हिरणमगरी थाना पुलिस ने रीको इंडस्ट्री एरिया में नकली घी बनाने वाली फैक्ट्री को पकड़ा है। इस सूचना पर टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां सरस व नोवा ब्रांड के 15 किलो के टीन व 1 किलो घी की पैकिंग के पैकेट मिले तो वहीं दूसरी और अमूल व नोवा ब्रांड के 15 किलो घी के टीन मिले।
इसके बाद सरस के एमडी व क्वालिटी कंट्रोल बोर्ड के सदस्यों के मौके पर बुलाया गया। उन्होंने मौके पर पहुंचने के बाद यह स्पष्ट किया कि फैक्ट्री में मौजूद घी उनका नहीं है साथ ही नोवा और कृष्णा ब्रांड के अधिकारियों को टीन पर लगे बैच नम्बर व सीए नम्बर सहित अन्य तकनीकी जानकारी उपलब्ध करवाई गई उन्होंने भी जानकारी देते हुए बनाया कि जो भी प्रोडक्शन फैक्ट्री में किया जा रहा है वह उनका प्रोडक्शन नहीं है। ऐसे में सभी टीन के घी को नकली मानते हुए जब्त किया गया है।
डीएसटी व हिरणमगरी थाना पुलिस की संयुक्त कार्यवाही
डिप्टी छगन पुरोहित ने बताया कि एसपी के निर्देश पर नकली सामान के बाजार में उपलब्ध होने पर पुलिस विभाग नजर बनाए हुए था। इसी बीच डीएसटी टीम को सूचना मिली कि रीको में नकली घी बनाने का काम चल रहा है उसके बाद हिरणमगरी थाना पुलिस के सहयोग से इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया। आगे की कार्यवाही के लिए खाद्य विभाग को सूचित किया गया ताकि वह मौके पर पहुंचकर इस कार्यवाही को आगे बढ़ा सके।
करीब तीन महीने से यहां पर बन रहा था नकली घी
कलडवास इंडस्ट्री एरिया में नकली घी बनाने का काम पिछले तीन महीनों से चल रहा था। हांलाकि डीएसटी टीम को दो दिन पहले सूचना मिली। इसके बाद डीएसटी टीम ने सूचना का सत्यापन करवाया तो सूचना सही पाई गई। इस पर डीएसटी टीम ने हिरणमगरी थाना पुलिस को सूचना दी। और दोनों ने मिलकर इस कार्यवाही को अंजाम दिया।