उदयपुर जिले के देबारी कुराबड़ मार्ग पर स्थित शिशवी गांव के गुरूधाम परिसर में 151 फीट ऊंची पंचमुखी बालाजी की मूर्ति बनने जा रही है, दावा किया गया है की यह मूर्ति विश्व की सबसे ऊंची पंचमुखी हनुमान प्रतिमा होगी इस मूर्ति को बनने में 2 वर्ष का समय लगेगा।
मूर्ति के शिलान्यास कर्ता संयोजक महंत 1008 गिरधारी दास महाराज ने गुरुवार को आयोजित प्रेस वार्ता में बताया की यह मूर्ति बालाजी की एक अद्भुत मूर्ति होगी देश में पंचमुखी बालाजी की बहुत कम प्रतिमाएं स्थापित है ऐसे में 151 फीट ऊंच पंचमुखी बालाजी की मूर्ति विश्व विख्यात मूर्ति होगी, मूर्ति का निर्माण देश के नामचीन कलाकार और स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण करने वाले राम सुथार के निर्देशन में होगा।
इस मूर्ति को बनने में लगभग दो वर्षो से अधिक समय लगेगा।108 पंचमुखी बालाजी विकास समिति के सानिध्य में इस मूर्ति का निर्माण करवाया जायेगा। जन सहयोग से निर्मित की जा रही बालाजी की यह मूर्ति 7 बीघा के क्षेत्र में बनेगी इसके साथ ही यहां उद्यान और आध्यात्मिक माहौल के लिए प्राकृतिक परिसर का निर्माण किया जाएगा।
मूर्ति 15 किमी दूर से दिखेगी, यह मूर्ति एक पहाड़ नुमा स्थल पर निर्मित की जाएगी मूर्ति के नीचे 2 मंज़िला सत्संग भवन बनाया जाएगा साथ ही परिसर में मूर्ति के अलावा गुरुकुल, गोशाला का निर्माण किया जायेगा।आश्रम में मुख्य आकर्षण का केंद्र चारधाम क़ेदारनाथ, जगन्नाथपूरी,रामेश्वर, द्वारिकाधीश सहित 12 ज़्योतिर्लिंग, यज्ञशाला गुरुकुल और भोजन शाला का निर्माण होगा।
मूर्ति का शिलान्यास 24 जून को प्रातः 11 बजे होगा, समारोह के मुख्य अथिति परम पूज्य गिरधारीदास जी महाराज के सानिध्य में असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया, डा लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ सहित कई संत महात्माओं की उपस्थिति में होगा।