वर्ल्ड सीज़ोफ्रेनिया दिवस पर मंगलवार को मनोचिकित्सा केंद्र जयपुर में एक जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सभी मनोचिकित्सक शिक्षक, मनोचिकित्सक, रेजिडेंट चिकित्सक, नर्सिंग ऑफिसर, क्लीनिकल साइकोलोजिस्ट,पैरामेडिकल स्टॉफ़, ओपीडी व भर्ती मरीजों ने बड़े उत्साह से भाग लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मनोरोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ ललित बत्रा द्वारा की गई। कार्यक्रम में सर्वप्रथम डॉ सुरेश गुप्ता सीनियर प्रोफेसर द्वारा सिजोफ्रेनियां के प्रारंभिक लक्षण जिन्हें पहचानकर रोग का शुरुआती दौर में इलाज शुरू कैसे करे, विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए डॉ योगेश सतीजा सीनियर प्रोफ़ेसर द्वारा इस बीमारी के इलाज के बारे में विस्तार से समझाया। विभागाध्यक्ष डॉ ललित बत्रा द्वारा इस बीमारी में परिजनों व चिकित्साकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका एवं उनके अपेक्षित व्यवहार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इसकी अगली कड़ी में इस बीमारी से ग्रसित मरीजों को इलाज के पश्चात पुनः उनके सामाजिक जीवन मे किस प्रकार पुनर्स्थापित करे, इस बारे में पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ परमजीत सिंह द्वारा गहनता से समझाया गया।
डॉ आई. डी. गुप्ता डीन स्टूडेंट यूनियन एवं सीनियर प्रोफ़ेसर द्वारा इस बीमारी के बारे में लोगो मे किस प्रकार जागरूकता फैलाये एवं इस हेतु उनके स्वयं के प्रयासों के बारे में बताते हुए आगे इसके इलाज हेतु किस प्रकार नई पद्धतियों का समावेश किये जाने की आवश्यकताओं के बारे में जानकारी दी। डॉ गुंजन सोलंकी एसोसिएट प्रोफेसर द्वारा बच्चों एवं किशोरों में इस बीमारी के लक्षण जो वयस्को से कुछ भिन्न होते हैं उनके बारे में आवश्यक और गंभीर जानकारी से सभी श्रोताओं को अवगत कराया।
इस बीमारी से मरीज और मरीज के परिवार पर पड़ने वाले सामाजिक प्रभाव पर डॉ राजेश शर्मा वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ ने प्रकाश डाला। अंत मे नर्सिंग अधीक्षक राजेन्द्र सिंह बॉयल ने इस बीमारी में नर्सिंग ऑफिसर्स की क्या भूमिका होती हैं और उसे किस तरह और अधिक बेहतर बनाया जा सकता हैं पर अपने अनुभव के आधार पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में कुछ मरीजों ने भी अपने इस बीमारी के लक्षणों व सही होने के अनुभवो को सभी के साथ साझा किया।
कार्यक्रम के अंतिम भाग में विभाग द्वारा वर्ल्ड सीज़ोफ्रेनिया दिवस के उपलक्ष्य पर ऑनलाइन आयोजित की गई स्लोगन प्रतियोगिता के परिणामों को विभागध्यक्ष की अध्यक्षता में बनी कमिटी द्वारा चयन कर विभागाध्यक्ष डॉ ललित बत्रा द्वारा मंच पर विजेताओं के नामो की घोषणा की गई, जिसका सभी ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया। कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ गजानन्द वर्मा वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ द्वारा ज्ञानवर्धक माध्यम से धैर्यपूर्वक किया गया । अंत में सभी आगंतुकों को अल्पाहार करवाकर कार्यक्रम का समापन किया गया ।