अमर शहीद हेमू कालाणी की वंशस ममता कालाणी वर्तमान में सन्यासी परंपरा को संत स्वरुप में आगे बढ़ाने वाली साध्वी अनादि सरस्वती ने खुद को शहीद परिवार का बताते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा टिकट के लिए दावेदारी पेश की थी। आज उन्होंने भाजपा का हाथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया हैं। अब अजमेर उत्तर से कांग्रेस टिकट मिलने की चर्चा है।
बता दें कि वे भाजपा से टिकट मांग रही थीं और नहीं मिला। 44 वर्षीय अनादि सरस्वती अजमेर की रहने वाली हैं। समाजशात्र से एमए किया है और उसके बाद अध्यात्म का मार्ग चुना। आज वह देशभर में कथा करतीं हैं। इसके अलावा कई इंस्टीट्यूट और कंपनियों के कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी देती हैं।