उदयपुर नगर निगम के परिसीमन को लेकर राज्य सरकार की ओर से जारी आदेश के बाद 17 ग्राम पंचायतों के 33 राजस्व गांवो को शामिल किया गया है। सरकार के आदेश के बाद शहर से सटी ग्राम पंचायत कानपुर में ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया हैं। ग्राम पंचायत कानपुर के नगर निगम में शामिल होने के बाद यहां के युवाओं ने इसका पुरजोर तरीके से विरोध किया हैं। युवाओं की माने तो यह पंचायत गिर्वा पंचायत समिति में होने से टीएसपी में आती है।
इससे कई युवाओं के सरकारी नौकरी में जाने के रास्ते खुलते है लेकिन अब नगर निगम में शामिल करने के बाद टीएसपी में आने वाली पंचायत सामान्य में परिवर्तन हो जाएगी। इससे गांव के हजारों युवाओं का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। कानपुर ग्राम पंचायत के युवाओं ने गुरूवार को मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर नगर निगम के परिसीमन के लिए जारी किए गए आदेश में परिवर्तन की मांग की। युवाओं ने कहा कि राज्य सरकार अपने आदेश में फेरबदल कर कानपुर ग्राम पंचायत को फिर से गिर्वा पंचायत समिति में शामिल करे और निगम क्षेत्र से बाहर करे ताकि ग्रामीणों को टीएसपी क्षेत्र का लाभ मिल सकें।
युवाओं ने ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा से मुलाकात कर समस्या से करवाया अवगत
कानपुर ग्राम पंचायत को नगर निगम में शामिल करने के आदेश के बाद वहां पर विरोध शुरू हो गया हैं। गांव में युवा मंदिर प्रांगण में बैठक कर रणनिति तैयार करने में लगे है। ऐसे में कुछ युवाओं ने उदयपुर ग्रामीण विधायक फूुल सिंह मीणा से बात की और उन्हें इस समस्या के अवगत करवाते हुए कानपुर ग्राम पंचायत से टीएसपी छिन जाने की बात कही।
युवाओं ने यह भी कहा कि अगर सरकार हमारी मांग पर ध्यान नहीं देती है तो उग्र आंदोलन की राह पर जाना होगा, किसी भी कीमत पर भविष्य के साथ खिलवाड नहीं होने देगें। युवाओं ने बताया कि विधायक फूलसिंह मीणा ने उन्हें आश्वत किया है कि वे उनकी बात पुरजोर तरीके से राज्य सरकार तक पहुंचाएगे।