उदयपुर नगर निगम में वाल्मिकी समाज के सम्मेलन में चुनाव आयोग के निर्देश पर मौजूद विडियोग्राफर और अधिकारी के साथ अभद्रता की गई। इस दौरान यहां पर मौजूद विडियों ग्राफर को हाथ पकड़कर बाहर निकालने का प्रयास किया गया। वहीं सूचना पर वहां पर आए कांग्रेस के पार्षदों ने भाजपा नेताओं पर यह सम्मेलन आयोजित करने का आरोप लगाया।
बताया जा रहा हैं कि वाल्मिकी समाज की ओर से नगर निगम के अटल सभागार में एक दीपावली मिलन सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन के लिए जिला प्रशासन से स्वीकृति भी ली थी। सम्मेलन के दौरान राजनीतिक चर्चा होने की आशंका पर यहां पर कांग्रेस पार्षद अजय पोरवाल, प्रशांत श्रीमाली, रवि तरवाड़ी, शंकर चंदेल सहित अन्य नेता पहुँच गए और सम्मेलन में भाजपा शहर जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, उप महापौर पारस सिंघवी, स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष वेणीराम सालवी, पूर्व उप महापौर महेन्द्र सिंह शेखावत को देखकर निर्वाचन विभाग को सूचना दी, इस पर सम्मेलन में राजनीतिक चर्चा की आशंका पर मौके पर जिला प्रशासन के निर्देश पर चुनाव ड्यूटी कर रहे बडग़ांव तहसील में तैनात रेवेन्यू इंस्पेक्टर राजेन्द्र कुमार अपने विडियोग्राफर के साथ मौके पर पहुंचे।
विडियोग्राफर ने रिकार्डिंग करना शुरू किया तो कुछ लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया और बाद में हॉल का दरवाजा भी बंद कर दिया गया। साथ ही एक व्यक्ति तो विडियोग्राफर को हाथ पकड़कर नीचे उतारने लगा। इस पर विरोध जताया और चुनाव ड्यूटी कर रहे रेवेन्यू इंस्पेक्टर राजेन्द्र कुमार ने निर्वाचन विभाग में सूचना दी, इस पर मौके पर पुलिस का जाब्ता आया। इसके बाद विडियोग्राफर ने रिकार्ड किया। वाल्मिकी समाज के इस सम्मेलन में बाद में भाजपा शहर विधानसभा प्रत्याशी ताराचंद जैन भी पहुँच गए, जिन्होंने अपनी बात रखी।