जिले का वल्लभनगर (सरजणा) बांध भी आखिरकार शुक्रवार को ओवर फ्लो हो गया। 19.5 फीट क्षमता वाला यह बांध उदयसागर से लगातार आवक के चलते बीती रात ही छलक गया था। सुबह इसका पता लगते ही इलाके के करीब 2 दर्जन गांवों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी, क्योंकि यह बांध इन गांवों के हजारों हेक्टेयर खेतों को सींचता है। फिलहाल इस पर करीब 1 इंच चादर है।
जैसे ही बांध के ओवर फ्लो होने की सूचना मिली, बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए। करीब 880 मीटर लंबी पाल पर एक इंच चादर चल रही थी। हालांकि आयड़ नदी और उदयसागर से आई गंदगी भी कम नहीं थी, जो पाल के मुहाने पर जमा थी। इसके ओवर फ्लो का पानी बड़गांव बांध में जा रहा है। इधर, शहर में खंड वृष्टि दूसरे दिन भी जारी रही।
चित्रकूट नगर, भुवाणा क्षेत्र मेें जिस वक्त बारिश थी, तब शहर सूखा था। इसके उलट जिस वक्त शहरी मोहल्लों में बारिश हो रही थी, तब उप नगरीय इलाके सूखे थे। गुरुवार को भी ऐसा ही था। इस बीच सीसारमा और मदार नहर से आवक के चलते स्वरूपसागर और फतहसागर के गेट खुले रखे गए हैं। फतहसागर में बड़ी तालाब से भी पानी आ रहा है। इसके चलते आयड़ नदी में बहाव बना हुआ है। यह पानी उदयसागर के रास्ते वल्लभनगर बांध तक पहुंच रहा है।