परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए 7 नई शर्तें लागू करने की तैयारी
नीट और यूजीसी नेट परीक्षाओं में गड़बड़ियों को लेकर चल रहे बवाल के बीच, यूपीएससी एआई
आधारित CCTV मॉनिटरिंग सिस्टम का उपयोग करेगा। यूपीएससी यूपीएससी एग्जाम में चेहरे की पहचान के लिए अपनाई जाने वाली इस नई तकनीक से परीक्षा में होने वाली नकल पर लगाम लगाई जा सकेगी। इतना ही नहीं, कुल 7 तरह के नए पैरामीटर्स का जिक्र किया गया है।
संघ लोक सेवा आयोग ने हाल ही में दो तकनीकी समाधान तैयार करने के लिए अनुभवी पीएसयूएस से बिड करने के लिए टेंडर जारी किया। ये दो समाधान हैं-
आधार-आधारित फिंगरप्रिंट प्रमाणीकरण (या डिजिटल फिंगरप्रिंट कैप्चरिंग), उम्मीदवारों के चेहरे की पहचान
ई-प्रवेश पत्रों की क्यूआर कोड स्कैनिंग’ और ‘लाइव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सीसीटीवी निगरानी
आयोग ने जारी टेंडर में कहा है कि यूपीएससी अपनी परीक्षाओं को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से आयोजित करने के लिए बहुत महत्व देता हैं। इन उद्देश्यों को पूरा करने के अपने प्रयास में, आयोग उम्मीदवारों के बायोमेट्रिक डिटेल्स के मिलान, क्रॉस-चेक करने और परीक्षा के दौरान उम्मीदवारों की विभिन्न गतिविधियों की निगरानी करने के लिए लेटेस्ट डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग करना चाहता है। ताकि धोखाधड़ी, अनुचित साधनों और प्रतिरूपण को रोका जा सके।’
UPSC Exams: टेंडर में इन 7 प्रोटोकॉल्स का जिक्र
सेलेक्ट होने वाला सर्विस प्रोवाइडर UPSC Exam के दौरान उम्मीदवारों के Aadhaar-based Fingerprint Authentication और चेहरे की पहचान के लिए यूपीएससी द्वारा दिए गए डेटा का उपयोग करेगा।
एक सुरक्षित वेब सर्वर के माध्यम से रीयल-टाइम अटेंडेंस मॉनिटरिंग सिस्टम के लिए प्रावधान किया जाना चाहिए। सिस्टम में हर एनरोलमेंट के लिए जीपीएस को-ऑर्डिनेट्स और टाइम स्टैम्प का प्रावधान होना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि एनरोलमेंट निर्धारित शिफ्ट के दौरान किया गया है। चेहरे की पहचान दो फोटो के साथ की जानी चाहिए- एक ऑनलाइन पंजीकरण के दौरान दी गई फोटो और दूसरी परीक्षा के दिन कैप्चर की जाने वाली फोटो।
सभी परीक्षा केंद्रों पर यूपीएससी एग्जाम्स के संचालन के लिए रिकॉर्डिंग और लाइव प्रसारण प्रणालियों के साथ सीसीटीवी/वीडियो मॉनिटरिंग लागू होगी
हर एग्जाम हॉल में सीसीटीवी कलर कैमरे (24 उम्मीदवारों के लिए कम से कम 1 सीसीटीवी कैमरा), एंट्री/एग्जिट गेट और कंट्रोल रूम (जहां परीक्षा से पहले संवेदनशील सामग्री रखी जाएगी और खोली जाएगी और परीक्षा के बाद संवेदनशील सामग्री को पैक किया जाएगा) लगाए जाएंगे। जिस परीक्षा हॉल में 24 से ज्यादाकैंडेडेट होंगे, वहां हर 24 उम्मीदवारों के लिए एक सीसीटीवी कैमरा होगा, जिसमेंजीरो ब्लाइंड स्पॉट होगा।
अगर कैमरे ऑफलाइन हैं या मास्किंग या ब्लैक स्क्रीन द्वारा छेड़छाड़ (एसआईसी) किए गए हैं, अगर परीक्षा से 1 घंटे पहले या बाद में कक्षाओं में कोई हलचल होती है और अगर निरीक्षक निर्धारित समय के बाद भी नहीं हिल रहा है/ निरीक्षक की गतिविधि में निष्क्रियता का पता चला है, तो कैमरा अलर्ट करेगा।
एआई को उन घटनाओं पर Red Flag रेज करेगा, जो धोखाधड़ी, अनुचित साधनों, निरीक्षकों की अनुपस्थिति आदि का संकेत देते हैं।
14 भर्ती परीक्षाएं कराता है UPSC
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन हर साल 14 प्रमुख परीक्षाएं आयोजित करता है। इनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारियों के चयन के लिए प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा (Civil Service Exam- CSE) शामिल है। इसके अलावा, केंद्र सरकार के ग्रुप ‘ए’ और ग्रुप ‘बी’ पदों पर नियुक्ति के लिए कई भर्ती परीक्षाएं और साक्षात्कार भी आयोजित किए जाते हैं।
ऐसी भर्ती परीक्षाओं में हर साल करीब 26 लाख उम्मीदवारों के शामिल होने की उम्मीद रहती है। ये परीक्षाएं लेह, कारगिल, श्रीनगर, इंफाल, अगरतला, आइजोल और गंगटोक समेत अन्य प्रमुख शहरों में होती हैं।