ई-कामर्स मैनेजर व चार्टेड अकाउटेंट के खिलाफ इंसेेंटिव के 50 लाख रूपए हड़पने का मामला दर्ज
उदयपुर। शहर के प्रतापनगर थाना क्षेत्र में एक ई-कामर्स कंपनी के प्रोपराईटर ने अपने ही यहां पर काम कर रहेे मैनेजर व चार्टर्ड अकाउंटेंट के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज तैयार कर माल निर्यात करने पर सरकार की स्कीम पर मिलने वाले 50 लाख रूपए इंसेंटिव खुद ही हड़पने का मामला इर्ज करवाया है।
पुलिस के अनुसार मोन्कफिश के प्रोप्राईटर प्रतीक केवलानी ऑफिस सद्धराव नगर प्रताप नगर सुखेर रोड प्रतापनगर ने दीपक आचार्य पुत्र मुरलीधर आचार्य निवासी मालियो का मोहल्ला कोठारिया राजसमन्द हाल कालकामाता रोड, नवीन कुमार यादव चार्टेड अकाउन्टेन्ट नवीन कुमार यादव एण्ड एसोसिएट फर्स्ट फ्लोर श्याम एनक्लेव तहसील लिंक रोड नाथद्वाराए राजसमन्द के खिलाफ मामला दर्ज करवाया कि उसकी कम्पनी ऑनलाईन ई-कामर्स के जरिये अपना व्यवसाय कर रही है। इस कंपनी दीपक आचार्य को 2019 में ई-कॉमर्स मैनेजर के पद पर नियुक्ति दी गई थी। प्रार्थी ने ई-कॉमर्स को विदेश में व्यवसाय करने एवं गुड्स कस्टम विभाग से क्लियर करके भिजवाने के लिए आईसगेट रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता थी, इस कारण उसने अपनी फर्म रजिस्टर्ड करने के साथ ही आईसगेट का रजिस्ट्रेशन भी करवाया था। जिसमें उसकी ईमेल आईी अपने व्यवसायिक लेन देन एवं जानकारी के लिये आईस गेट रजिस्ट्रेशन के लिये दे रखी थी, जिससे उसे सारे बिलों की जानकारी ऑन लाईन उपलब्ध हो जाती थी, लेकिन बाद में उसे यह जानकारी मिलना बंद हो गई। छानबीन के बाद पता चला कि उसके यहां काम करने वाले मैनेजर ने उसके छोटे भाई जयेश केवलानी के झूठे हस्ताक्षर कर आईसगेट के किडेन्शियल चेंज कर दिए। आईस गेट से सारी जानकारी अपने मोबाईल एवं ई मेल आईडी पर मगवाने लग गया। विदेश में माल एक्सपोर्ट करने वाले व्यवसायियों के लिये भारत सरकार द्वारा इन्सेन्टिव स्कीम चलाई गई। इस स्कीम के तहत भारत सरकार निर्यात उत्पादों पर शुल्कों या करों में छूट प्रदान करती है। भारत सरकार की इस स्कीम के तहत उसकी फर्म को निर्यात किये गये माल के मूल्य पर इन्सेन्टिव मिलना चाहिये था।
इंसेटिव स्कीम का भुगतान भारत सरकार द्वारा बेरे एक्सपोर्ट सर्विस वसुन्धरा सोसायटी शास्त्री नगर गोरेगांव इस्ट मुम्बई को किया जाता था। बेरे एक्सपोर्ट सर्विस उसकी फर्म मोन्कफिश के द्वारा भेजे गये माल पर के इन्सेन्टिव को कम्पनी के रजिस्टर्ड आईसगेट के जरिये इन्सेन्टिव की राशि का भुगतान करना था। इस स्कीम के लागू होने के बाद आज तक हमारे द्वारा विदेश एक्सपोर्ट किये गये माल पर कोई इन्सेन्टिव प्राप्त नही हआ है। इस स्कीम के तहत इन्सेन्टिव भी मिलता है, इसकी जानकारी हमारी फर्म के चार्टड अकाउन्टेन्ट नवीन यादव ने उसे नहीं बताई। 6 जून 2023 को मैनेजर को जब इन लोगों ने कुटरचित दस्तावेज बनाते पकड़ा तब उन्हें हमारे मैनेजर और चार्टेड अकाउन्टेन्ट के पडयंत्रा का पता चला। इसके बाद अन्य चार्टड अकाउंटेंट की सर्विस ली तो पता चला कि सरकार की स्कीम के तहत इन्सेन्टिव आज तक नहीं प्राप्त किया है। वह आईसगेट के माध्यम से इन्सेन्टिव प्राप्त कर सकते हैं। जब इन लोगों ने आईसगेट को आपरेट करना चाहा तो इसमें हमारे मैनेजर की ईमेल आईडी से लोगिन मांगा। बाद में जाच करने पर पता चला कि हमारे मैनेजर दीपक आचार्य ने हमारी फर्म के लेटरहेड पर दिनांक 24 फरवरी 2021 को उसके छोटे भाई जयेश केवलानी के कूटरचित हस्ताक्षर करके आईसगेट के क्र्रिडेन्शियल में मैनेजर दीपक आचार्य की स्वयं की ईमेल आईडी एवं फोन नम्बर डालकर पासवर्ड ही बदल दिया है।
इस कारण उसे कस्टम विभाग एवं भारत सरकार की स्कीम से प्राप्त होने वाली राशि की जानकारी नहीं मिल पा रही थी। प्रार्थी के नए चार्टेंड अकाउन्टेन्ट ने बेरे एक्सपोर्ट सर्विस के इनवाइस नम्बर 79 के बारे में पूछा तो उसने कहा उसे जानकारी ही नहीं है। इस पर सीए ने जीएसटी के आधार पर सर्च कर पता लगाने को कहा उसने सर्च किया तो इसके बारे में पता चला कि ये कम्पनी इन्सेन्टिव रिफंड करवाती है। इसके बाद साईट पर दिये गए नम्बर पर फोन कर पता किया तो बेरे एक्सपोर्ट सर्विस कम्पनी की मालिक शीतल से बात हुई, जिन्होने बताया कि नियमित रिफंड पूर्व मैनेजर दीपक आचार्य के बैंक खाते मेें किया जा रहा है। उसने जब इस भुगतान को मैनेजर दीपक आचार्य के अकाउन्ट में किये जाने का कारण पूछरा तो उन्होंने कहा कि दीपक ने उन्हें बताया था कि वो इस फर्म में पार्टनर है और पार्टनर होने के कारण ही आइसगेट सर्टिफिकेट में दीपक आचार्य की ईमेल आईडी और फोन नम्बर है। इसी कारण बेरे एक्सपोर्ट सर्विस कंपनी को पूर्व मैनेजर दीपक आचार्य पर संदेह नहीं हुआ और दीपक को 50 लाख रूपए इंसेेंटिव का भुगतान कर दिया। कंपनी के पूर्व मैनेजर ने कुटरचित आईसगेट के सर्टिफिकेट के आधार पर इन्सेन्टिव प्राप्त किया है। जब प्रार्थी ने बेरे एक्सपोर्ट सर्विस कम्पनी से फर्म के ऑथोरिटी लेटर व अन्य दस्तावेजों की मांग की कम्पनी द्वारा बताया गया कि आप जयेश केवलानी के हस्ताक्षर से दस्तावेज प्राप्त हुए है, जो दस्तावेज बेरे एक्सपोर्ट सर्विस कम्पनी ने प्रार्थी को मेल किए तो उसकी जानकारी में आया कि उस प्रार्थी के ऑनलाईन हस्ताक्षरों का कॉपी पेस्ट कर पूर्व मैनेजर दीपक आचार्य ने बेरे एक्सपोर्ट सर्विस कम्पनी को कई पत्र भेजे है एवं उन पत्रों एवं इनवोरा के आधार पर लगभग 50 लाख रूपए इन्सेन्टिव के रूप में अपने सेविंग बैंक खाते में प्राप्त किया है। पूर्व चार्टड अकाउन्टेन्ट का पूर्व मैनेजर दीपक आचार्य द्वारा कुटरचित दस्तावेज के इन्सेन्टिव प्राप्त करने की जानकारी थी और उसने सहयोग किया। इस तरह से कंपनी को 50 लाख रूपए का नुकसान किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
स्कूटी पर जा रही महिला के हाथ से पर्स छीना
उदयपुर। शहर के सुखेर थाना क्षेत्र में एक महिला ने दो बाईक युवकों के खिलाफ उसकी हाथ से पर्स छीनकर ले जाने का मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस के अनुसार मीता रैना पत्नी प्रवीण रैना निवासी सृजन अपार्टमेंट शोभागपुरा 100 फिट रोड ने मामला दर्ज करवाया कि 20 सितम्बर को वह अपने घर से न्यू नवरत्न डागलियों की मंगरी में स्कूटी से जा रही थी। रास्ते में पीछे से एक बाइक पर दो लडके आए, जिन्होंने उसका पर्स छीन लिया और तेजी से फरार हो गए। पर्स में उसका मोबाईल, एटीएम कार्ड, लाईसेंस, 1500 से 2000 रूपए नकद थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
भीण्डर के निमड़ी गांव में चोरों का आतंक, कई घरों से लाखों के जेवरात और नकदी चोरी
उदयपुर। जिले के भीण्डर थाना क्षेत्र के निमड़ी गांव में अज्ञात चोरों ने जमकर उधम मचाया और कई घरों के ताले तोड़कर लाखों के जेवरात व हजारों की नकदी चोरी कर ले गए।
पुलिस के अनुसार सूरज पुत्र जवाहरलाल चौबीसा निवासी नीमड़ी भीण्डर ने मामला दर्ज करवाया कि वह गायक कलाकार है और प्रोग्राम करने के लिये झाडोल गया था। 20 सितम्ब को सुबह 6 बजे पिता ने फोन कर कहा कि रात्रि में अज्ञात व्यक्तियों चोरी की है, जिस पर वह अपने गांव नीमड़ी आया और मकान में जाकर देखा तो उसके कमरे का ताला टूटा हुआ एवं तिजोरी खुली पड़ी। जिसमें रखे जेवर गले का हार वजनी ढाई तोला, कान के टोप्स व चैन वजनी डेढ़ तोला, सोने का भुजबंध ढाई तोला, सोने की चेन एक तोला, सोने की 2 अंगुठी 6 ग्राम, चांदी के पायजेब 500 ग्राम, चांदी का कन्दोरा 500ग्राम, चांदी के कड़े तीन जोड़ी, चांदी के दामणे दो, दो जोड़ी बिच्छुड़िया, एक सोने की आढ 12 ग्राम, 6 जोड़ी अंगठी चांदी की, सोने की रकड़ी एक तोला, सोने की नाथ एक, चांदी के पायजेब, कान के बन्दै एक जोड़ी व करीब 65 हजार रूपए नकद गायब थे।
इसी तरह बड़े भैया कुमार पिंकू चौबीसा के कमरे का ताला भी हुआ हुआ जिस पर उसने अपने भाई को फोन कर बताया। भाई ने बताया कि उसकी तिजोरी में चार चांदी के सिक्के व 4500ध्. नकद थे। नीमडी में पिन्दु कुमार चौबीसा पुत्र कन्हैयालाल जी के घर से भी अज्ञात चोर बाईक चोरी कर ले गए। रामकरण पुत्र वास्देव सुथार ने भी बताया कि रात्री में उसके मकान में भी चोरी हुई और उसकी रकमें चांदी की एवं 7 हजार रूपए नकद गायब थे। चोरों ने रात्रि के समय में जमकर उधम मचाया और कई घरों में चोरी की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नाबालिग पुत्री का अपहरण कर ले जाने का मामला दर्ज
उदयपुर। जिले के खैरोदा थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने कुछ लोगों के खिलाफ उसकी नाबालिग पुत्री का अपहरण कर ले जाने का मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस के अनुसार भैरूलाल पुत्र भज्जा वागरिया निवासी मनोहरपुरा खैरोदा ने मामला दर्ज करवाया कि वह 8 सितम्बर को परिवार सहित रामदेवरा दर्शन करने गया हआ था। उसके पीछे जमाई सुरेश पुत्र भूरा वागरिया निवासी साकरोदा मीठानीम व पुत्री इंदिरा और छोटी पुत्री भावना (16) तीनों घर पर ही थे। वह रामदेवरा ही था कि 10 सितम्बर को रात्रि करीब 1 बजे जमाई सुरेश का फोन आया और उसने बताया कि छोटी पुत्री भावना को हजारी पुत्र नन्दा वागरिया, डालू पुत्र हजारी, गणेश पुत्र हजारी, गोवर्धन पुत्र हजारी, सगना पत्नी हजारी, लक्ष्मी पुत्री हजारी निवासी लदानी फतहनगर एवं जेताराम पुत्र रायचन्द वागरिया निवासी राजसमन्द, भमरू पुत्र कालू वागरिया निवासी साकरियाखेडी डबोक, भीमा पुत्र भाना वागरिया निवासी फतहपुरा मावली अपहरण कर ले गए। जमाई एवं पुत्री इंदिरा ने विरोध किया तो भी नही माने। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
निर्माणाधीन मकान में सो रहे तीन मजदूरों के फोन चोरी
उदयपुर। शहर के अंबामाता थाना क्षेत्र में एक निर्माणाधीन मकान में सो रहे तीन मजदूरों के फोन अज्ञात चोर चोरी कर गए।
पुलिस के अनुसार मनीष पुत्र नारायण मीणा निवासी बाघदरा फलां बडी उंदरी नाई 19 सितम्बर वह नानालाल, नरसिंह गुप्ता, ख्यालीलाल के हर्षनगर में निर्माणाधीन मकान में सो रहे थे। सुबह उठकर देखा तो उसका फोन कम्पनी का तथा नानालाल का मोबाईल तथा नरसिंह का मोबाइल अज्ञात चोर चोरी कर ले गए। ये तीनों ख्यालीलाल के मकान में मजदूरी करते है तथा वही सोते है। मकान के गेट नही है। इसी का फायदा उठाकर चोर चोरी कर ले गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
खरीदी जमीन को पुन: बेचने व राजनीतिक दबाव बनाने का मामला दर्ज
उदयपुर। शहर के बड़गांव थाना क्षेेत्र में एक व्यक्ति ने कुछ लोगों के खिलाफ उससे जमीन का सौदा कर पैसा प्राप्त कर बाद में इस जमीन को पुन: बेचने का दबाव बनाने का मामला दर्ज करवाया है। पीड़ित ने उस पर एक व्यक्ति के माध्यम से राजनीतिक व इंकम टैक्स अधिकारी बनकर दबाव बनाने का आरोप भी लगाया है।
पुलिस के अनुसार रामलाल पुत्र मन्ना गमेती निवासी सादड़ा गोगुन्दा ने कालूलाल पुत्र लिम्बा मीणा निवासी कियावतो का फला भुतिया कुराबड़, रोहित कुमार पुत्र हरिश कुमार मीणा निवासी घाटा फला कारछा कलां उदयपुर, नानी बाई पत्नी कालूलाल मीणा निवासी कियावतो का फलां भुतिया कुराबड़ उदयपुर, भीम सिंह चुंडावत निवासी माली कॉलोनी 100 फीट रोड़, तेजा राम गरासीया निवासी उदयपुर व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करवाया कि उसके परिचित तेजाराम ने उससे सम्पर्क कर उसे बताया की उसके परिचित कालूलाल पुत्र लिम्बा निवासी कुराबड हाल गाडवा डबोक की जमीन वाडा ढिकली में है, जो वो बेचना चाहते है। तेजाराम ने उसे प्रतापनगर चौराहे पर बुलाया। जहां तेजा राम जोगी ने उसको कालू मीणा उसकी पत्नी नानी से मिलाया।
जिसमे कालूलाल ने बताया वह जमीन बेचना चाहता है। वहां ये सभी उसे जमीन दिखाने ढिकली लेकर गए और एक जमीन को दिखाकर कहा कि यह सारी जमीन हमारी है। कालूलाल ने जमाबंदी बताई। 4-5 दिन बाद इन लोगों ने उससे सम्पर्क किया तथा इस जमीन का सौदा 42 लाख 30 हजार रूपये मे तय किया, जिसमें साई पेटे रोकड 50 हजार रूपए व एक चैक एक लाख रूपये का दिया। बाद में कालूलाल व उसके परिजनों ने उससे सम्पर्क किया और कहा कि पैसों की आवश्यकता है रजिस्ट्री शीघ्र ही करवानी होगी। प्रार्थी ने तेजाराम व कालूलाल से सम्पर्क कर रजिस्ट्री कराने का कहा तब 14 दिसम्बर 2022 को कालू लाल, नानी, तेजा राम व दो तीन अन्य व्यक्ति उप पंजीयक कार्यालय द्वितीय बड़गांव आए जहां पर कालूलाल ने 21 लाख रूपए लेकर रजिस्ट्री करवाई। इसके बाद कालूलाल ने मौके पर ले जाकर भौतिक कब्जा भी सुुपुर्द कर दिया। बाद में इस जमीन का नामान्तरण भी उसके नाम से हो गया।
नामान्तरण के बाद उसके पास एक फोन आया और उसको कहा कि वह भीम सिंह चुंडावत है और उसे धमकाया कि वह पुन: कालूलाल के नाम से या वह जिसके नाम से कहे उसके नाम से रजिस्ट्री करवा देना। उसने मना किया तो उसे धमकाया। करीब 4 दिन बाद कालूलाल व भीम सिंह चुंडावत व अन्य भूमाफियों ने उसके खिलाफ एक प्रकरण अम्बामाता थाने मे दर्ज कराया। इसके बाद से ही भीमसिंह चुण्डावत उसे फोन पर, व्हाट्स कॉल कर डराता-धमकाता रहा। इसके बाद एक अन्य नम्बर से फोन आया और उसने कहा कि इंकम टैक्स विभाग का अधिकारी है और उसने जो जमीन खरीदी है उसे भीम सिंह के बताए आदमी के नाम रजिस्ट्री करवाने के लिए कहा ऐसा नहीं करने पर इंकम टैक्स की कार्यवाही में फंसाने की धमकी दी।
अंबामाता थाने में दर्ज करवाए गए प्रकरण में उसने सारे दस्तावेज पेश कर दिए, पर भीम सिंह चुण्डावत उसे विभिन्न माध्यमो से प्रताडित किया जा रहा है। कालूलाल ने अम्बामाता थाने में जो प्रकरण दर्ज कराया जिसमे उसने बताया की उसने यह जमीन पहले ही बेच रखी है। साथ ही भीम सिंह द्वारा लगातार धमकाया जा रहा है, जबकि उसने सारा पैसा देकर जमीन खरीदी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
किसी ओर की जमीन को दान पात्र से देने का मामला दर्ज
उदयपुर। शहर के सुखेर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने कुछ लोगों के खिलाफ उसकी जमीन को अपना बताकर जमीन को दो युवकों के पक्ष में दान करवाने का मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस के अनुसार हिरालाल साहू पुत्र स्व लेहरी लाल तेली गोद पुत्र नवलाजी तेली निवासी मेन रोड भुवाणा उदयुपर ने कुसुम शर्मा पुत्री अनिल शर्मा निवासी कांकरोली राजसमंद, इसके पति अनिल शर्मा, रूपा बाई उर्फ रूपी बाई पत्नी स्व. लेहरी लाल तेली निवासी भुवाणा, दिनेश साहू पुत्र कैलाश चन्द्र साहू निवासी भुवाणा, विक्रम साहू पुत्र कैलाशचन्द साहू निवासी भुवाणा, दिपेश साहू पुत्र भगवती लाल साहु निवासी पथिक नगर सवीना सेक्टर 9, लव साहु पुत्र बाबूलाल साहू निवासी सेन्ट्रल एरिया ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी नानीबाई वरदी बाई पत्नी नवला निवासी मेन रोड भुवाणा के कोई पुत्र नही होने पर स्व. बरदी बाई ने श्री तेली साहू समाज बैठक द्वारा उसे गोद लिया था। उसकी गोद माता एवं रूपा बाई की कृषि भूमि भुवाणा में है।
रूपी बाई ने वर्ष 2007 में इस जमीन को श्रीनाथ मास हॉस्पीटल को विक्रय की थी। इस बेचान में रूपी बाई का पूरा हिस्सा और कुछ हिस्सा वरदी बाई के हिस्से का बेचा गया था। वरदी बाई का शेष जमीन उनके खाते में ही रही। बाद में उसने रजिस्ट्री देखी तो पता चला कि उसकी गोद माता स्वं वरदी बाई के सम्पूर्ण हिस्से का विक्रय करवा लिया है। इस पर उसने ऐतराज किया तो आरोपी कुसुम, अनिल, रूपा उर्फ रूपीबाई ने कहा कि वरदी बाई का सम्पूर्ण हिस्सा विक्रय पत्र व बंटवाडा नामा में लिखापढी करते समय गलती से टाईप होना बताया और पुन: सुधार व संशोधन करवा कर स्व. वरदीबाई के कहेनुसार प्र्रार्थी के नाम पर दर्ज करवा देंगे। इसके बाद रूपी बाई ने दिनेश साहू, विक्रम साहू, दिपेश साहू, लव साहू के साथ मिलकर उसके खातेदारी की जमीन को अपनी बताकर दिनेश व विक्रम साहू के पक्ष में फर्जी दान एंव वसीयत कर दी। उसे पता चला तो उसने जाकर दस्तावेज निकलाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गैराज में घुसकर जानलेवा हमला करने वाला गिरफ्तार
उदयपुर। शहर की सविना पुलिस ने गैराज में घुसकर एक युवक पर जानलेवा हमला करने में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार राजवीर सिंह पुत्र रतन सिंह निवासी करेडा केलवा राजसमंद हॉल ऋषभ नगर सविना ने मामला दर्ज करवाया कि वह सेक्टर 14 श्री राम अपार्टमेन्ट के पीछे वाले मोटर गैराज पर काम कर रहा था। रात को दीपक पंजाबी निवासी ई ब्लॉक हुडको कॉलोनी सेक्टर 14 नशे में आया और राजवीर सिंह से बहसबाजी की और देख लेने की धमकी देकर गया।
9 अगस्त को दोपहर 12.30 से 1 बजे के करीब दीपक पंजाबी आर उसका भानजा टेणी और उनके साथ 15-20 जने सभी तलवारो और धारदार हथियारों से लैस होकर गैराज मे घुस गए और हमला कर दिया, जिससे राजवीर को हाथ, पैर पर घाव लगे, उसके कमर पर चाकू, जिससे वह गंभीर घायल हो गया। गैराज में काम करने वालो के साथ भी मारपीट की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर इस प्रकरण में दीपक पुत्र विजय कुमार पंजाबी निवासी 110 ई ब्लॉक सेक्टर 14 सवीना को गिरफ्तार किया।
साडू के खिलाफ बिलानाम जमीन खाते करवाने का झांसा देकर जमीन हड़पी
उदयपुर। शहर के बड़गांव थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपने ही साडू के खिलाफ बिलानाम जमीन उसके खाते में चढ़वाने का झांसा देकर उसकी जमीन की अन्यत्र रजिस्ट्री करवाने का मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस के अनुसार दौला गमेती उर्फ दौलत राम पुत्र हगलिया गमेती निवासी मुणवास ने दौला पुत्र मेघा गमेती निवासी मुणवास, लोकेश ुकुमार पुत्र मांगीलाल गमेती निवासी बड़ी व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करवाया कि उसके नाम से जमीन मूणवास में है। करीब दिसम्बर 2019 में उसके साडू दौला गमेती पुत्र मेद्या गमेती निवासी मुणवास उदयपुर उसके पास आया और कहा कि अभी सरकार का नियम आया है कि खातेदारी से लगती हुई बिलानाम जमीन जिस पर कब्जा हो तहसील में आवेदन करने पर उस जमीन को खाते चढ़ाई जा सकती है।
उसने विश्वास कर बड़गाव तहसील गया, जहां पर उसे गेहरी लाल सेन व पवन सेन के केबिन मे लेकर गए। दोनो ने उसके व उसके बेटे के खाली कागजो पर हस्ताक्षर करवाए और अंगूठा लगवाए। टेबल पर बैठे व्यक्ति ने अपने आप को सरकारी अधिकारी बताकर कहा कि आज आवेदन किया है, छ: माह में जयपुर से आदेश आने पर उसके बच्चे लेहरीलाल गमेती को दौलतराम गमेती पुत्र मेद्या के साथ बड़गाव तहसील भेज देना तो जमीन को उसके नाम पर व बच्चे के नाम पर करवा देंगे। इसके बाद वापस से उसके पास जलाई 2020 मे उसके साडू का फोन आया और कहा कि आपका काम हो गया है तथा सरकार ने आपके नाम पर बिलानाम जमीन करने का आदेश करवा दिया है तथा तहसील में पैसे देने है तो बच्चे लेहरी लाल गमेती को 50 हजर रूपए लेकर बडगाव तहसील बुलाया। उसका बच्चा 50 हजार रूपए लेकर गया वहां पर साडू दौला व उसके साथ 4-5 अन्य लोगो को पचास हजार रूपये बेटे लेहरी लाल ने दिये तथा वहां पर उन लोगों ने बहत सारे खाली कागजो पर हस्ताक्षर व अंगूठा लगवाया।
उसके बेटे लेहरी लाल को कहा कि तहसीलदार के सामने खड़े रहना तथा वहां बैठे गेहरीलाल सेन व पवन सेन दोनो तहसीलदार से उनके सामने बात करेंगे तथा उसके बाद बिलानाम जमीन का आदेश तुम्हारे नाम पर करवाने का कर देंगे। उसके बेटे ने वैसा ही किया और बाद में कहा कि आदेश तुम्हारे घर पहुँच जाएगा। इसके बाद साडू टालम टोल करता रहा एवं बाद में उसने फोन उठाना बंद कर दिया। कुछ समय पूर्व जब बैंक से लोन लेने के लिए खाता नकल लेने के लिए पटवारी कैलाशपुरी मे गया तो वहा पटवारी ने कहा कि उसकी जमीन किसी लोकेश पिता मांगीलाल निवासी बड़ी के नाम पर दर्ज हो गई है, जबकि इस व्यक्ति को उसने किसी प्रकार कि कोई जमीन नहीं बेची न ही कोई राशि प्राप्त की। उसके साडू दौला ने धोखाधडी करते हुए इस जमीन की रजिस्ट्री किसी ओर के नाम पर करवा दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पिता-पुत्र के खिलाफ 35 लाख रूपए उधार लेकर हड़पने का मामला
उदयपुर। शहर के सुखेर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने एक पिता-पुत्र के खिलाफ उससे व्यवसाय के लिए 35 लाख रूपए उधार लेकर नहीं लौटाने का मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस के अनुसार राजेन्द्र सिंह पुत्र माहरसिंह सोलंकी निवासी उलपुरा मंगरा पाछला नाथद्वारा ने योगेश्वरसिंह राव पुत्र भगवत सिंह राव निवासी चित्रकूट नगर उदयपुर, भगवत सिंह राय निवासी चित्रकूट नगर उदयपुर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया कि उसका पिता-पुत्र से सम्पर्क था। उसका योगेश्वरसिंह के घर पर आना जाना रहता है। करीब 5 माह पूर्व में प्रार्थी अरोपी योगेश्वरसिंह राव के घर पर किसी कार्य से गया, वहा पर योगेश्वरसिंह राव व उसके पिता भगवतसिंह राव मिले, जिन्होनें उससे कहा कि हमें व्यवसाय के लिए रूपयों की आवश्यकता है और कहा कि यदि वह व्यवसाय में रूपये लगाता है तो उसे वह भागीदारी दे देंगे।
इस पर वह उनके व्यवसाय के लिये 35 लाख रूपए देने के लिये तैयार हो गया। तब योगेश्वरसिंह व भगवत सिंह ने उसे कहा कि यह राशी शीघ्र ही लौटा दी जाएगी। साथ ही उधार दी गई राशी पर 10 लाख रूपए अतिरिक्त दिया जाएगा। कुछ समय तक तो आरोपी उससे चर्चा करते रहे बाद में उसने आरोपियों से पैसा मांगा तो वे टालमटोल करने लगे। बाद में आरोपियों ने कहा कि उन्हें कुछ ओर पैसों की आवश्यकता है। इस पर उसने 1 लाख 19 हजार 400 रूपए ओर दिए। इसके बाद उसने आरोपियों से पैसा मांगा तो उसे धमकाया और गाली-गलोच की। पुलिस ने मामला दर्ज क जांच शुरू कर दी है।
कार सवार युवकों ने की बकरी चोरी
उदयपुर। शहर के सुखेर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने एक कार सवार दो युवकों के खिलाफ बकरी चोरी कर ले जाने का मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस के अनुसार शांतिदास पुत्र हरिराम रंगास्वामी निवासी रामनगर भुवाणा ने मामला दर्ज करवाया कि चित्रकुटनगर रामनगर के बीच पहाड़ियों मे चराई करा रहा था। उस दौरान 3 बजे के लगभग एक सफेद कार आई और उसने बकरियों को खाने के लिए रोटी दी। जैसे ही बकरियां खाने पहुंची तो एक व्यक्ति कार के अन्दर था और एक बाहर था, जिन्होंने एक बकरी को कार में डालकर फरार हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।