नकली सब इंस्पेक्टर : पुलिस के काम करने के तरीकों को देखकर बना फर्जी एसआई, पूर्व में किया फाईनेंस का काम
उदयपुर। प्रतापनगर पुलिस के हत्थे चढ़ा नकली सब इंस्पेक्टर किसी समय में फाईनेंस का काम करता था, पर परिवार में भर्ती कुछ पुलिसकर्मियों के प्रभाव को देखकर उसे लगा कि पुलिस बनकर लोगों से पैसा ठगने का काम अच्छा है तो उसने वर्दी सिलवाकर उस पर दो स्टार लगाकर खुद सब इंस्पेक्टर बन गया और लोगों के थानों में फंसे काम को निकलवाने के एवज में पैसा वसूलने लगा। इस दौरान आरोपी ने कई लोगों की फाईलें भी ले ली थी, जिनके माध्यम से वह लोगों से ठगी कर रहा था।
प्रतापनगर थाना पुलिस ने गत दिनों सब इंस्पेक्टर बनकर घूमते हुए एक आरोपी सेक्टर 14 निवासी देवराज सिंह उर्फ देवेंद्र सांखला को गिरफ्तार किया था। पूछताछ मेें आरोपी पूर्व में एक फाईनेंस कंपनी में काम करता था। इसके परिवार के कुछ लोग पुलिस में है और उनके काम करने के तरीके से प्रभावित होकर यह फर्जी सब इंस्पेक्टर बन गया। यह वर्दी पहनकर होटलों-ढाबों पर जाता और वहां पर कमियों को तलाशकर कार्यवाही करने के नाम से पैसे वसूलता। लोग इसे सब इंस्पेक्टर समझकर इससे अपना अटका हुआ काम निकालने के लिए सम्पर्क करते और अपनी फाईलें देने के साथ ही इसे पैसे देने लगे।
पत्नी व पड़ोसियों भी मानते थे एसआई
आरोपी देवराज ने पुलिस जैसा दिखने के लिए बाल छोटे कटाए और लंबी मूछें रखीं। देवराज सिंह ने अपनी पत्नी पूजा कंवर, पड़ोसियों और मकान मालिक को भी यही बता रखा था कि वह सब इंस्पेक्टर है। सभी इस पर विश्वास करते थे। रिश्तेदारी में 3-4 लोग कांस्टेबल और इंस्पेक्टर पद पर हैं।
जयपुर से सिलवाई वर्दी और नेम प्लेट
आरोपी देवराज ने लोगों को झांसा देने के लिए जयपुर से सब इंस्पेक्टर की वर्दी, नेमप्लेट बनवा ली। बाल छोटे कटवाएं और मूंछें बढ़ा लीं। फर्जी डॉक्यूमेंट भी तैयार कर लिए। यहां तक कि दोस्त से उधार ली कार में सीटों पर सफेद कवर और पर्दे लगवाए, कार के आगे-पीछे पुलिस का स्टिकर चिपकाया और कार में ही हैंगर में वर्दी टांगकर चलता।
कानों में पहने मुरकियों से आया पकड़ में
जानकारी के अनुसार आरोपी देवराज ने कान में मुरकियां पहन रखी थी और आमतौर पर पुलिसकर्मी कान में मुरकिया नहीं पहनते है। कुछ लोगों ने इसके कान में मुरकिया देखकर लोगों को शंका हुई और पुलिस को बताया। इसके बाद पुलिस ने इसका पीछा करना शुरू कर दिया।
कार में बैठकर डील करने के दौरान पकड़ा
आरोपी की तलाश के दौरान पता चला कि देबारी में एक कार में एक एसआई बैठा है। इस पर थाने से सिविल ड्रेस में पुलिस पहुँची। कार में एक देवराज और दूसरा फाइनेंस कंपनी से जुडा इंदौर निवासी अजय शर्मा था। अजय शर्मा देशराज को पुलिसवाला समझकर इससे रिकवरी की फाईलें दे रखी थी। पुलिस टीम ने कार में सवार देशराज को बाहर निकलने के लिए कहा, जिस पर देवराज ने पुलिस रौब में रूकने के लिए कहा। कार से बाहर निकलकर देवराज ने पुलिसिया रौब में बात की तो जवान ने पूछा कि आप कहां पर पोस्टेड हो तो उसने कहा प्रतापनगर थाने में। इस पर जवान ने कहा कि वह भी प्रतापनगर थाने पोस्टेड है और उन्हें कभी देखा तक नहीं। इस पर देवराज घबरा गया। इसके बाद पुलिस ने इसे पकड़ा।
कई फाईलें व फर्जी दस्तावेज बरामद
थानाधिकारी राजावत ने बताया कि आरोपी की निशानदेही पर उसके कब्जे से फर्जी दस्तावेज और फाइलें बरामद हुई। दस्तावेज में अतिक्रमण हटाने, झगड़े.मारपीट के मामले, हथियार रखने आदि से जुड़े मामलों में एसपी से कार्रवाई कराने के आश्वासन वाले फैंक दस्तावेज थे। फाइलें देखकर लगता है कि इन्हें दिखाकर लोगों को झांसे में लिया गया है, इनमें केस सॉल्व करने से लेकर कानूनी कार्रवाई करने तक का लिखा है जो फर्जी है।
फर्जी शादियां भी करवा चुका है आरोपी
आरोपी फर्जी इंस्पेक्टर बनने से पहले फर्जी शादियां तक करवा चुका है। वह ऐसे लोगों की तलाश में रहता जिनकी शादी नहीं हो रही थी। उन्हें शादी कराने का झांसा देता। मध्य प्रदेश से लड़कियां लाकर ऐसे लोगों से सम्पर्क साधता। उन लोगों से मोटी रकम लेकर शादी करा देता। कभी लड़की वालों को झांसा में लिया तो कभी लड़के वालों को झांसे में लिया। इसी फर्जीवाड़े के चलते उसे जेल भी जाना पड़ा था।
पत्नी गई छोड़ तो बना इंस्पेक्टर
फर्जी शादियां करवाने में जब देवराज को जेल हुई तो पत्नी पूजा कंवर उसे छोड़कर चली गई। जेल से बाहर आने के बाद उसने खुद का सब इस्पेक्टर में चयन होने का झांसा दिया। कुछ समय यह बाहर चला गया और वापस आया तो अपने आप को सब इंस्पेक्टर होना बताया। इसके लिए वर्दी, पहनावा, रहन-सहन सब कुछ पुलिसवालों जैसा कर लिया। इसके बाद पत्नी को बताया तो उसने विश्वास नहीं किया। बाद में जब इसने कसमें खाई और देवराज ने खुद के वर्दी पहने फोटो और फर्जी डॉक्यूमेंट भी दिखाए। पत्नी ने इसे सच मान लिया और वापस देवराज के पास आ गई।
आशाधाम आश्रम के प्रयासों से सोजी चार वर्ष बाद अपने परिवार से मिला
उदयपुर। आशाधाम आश्रम को लावारिस मिले सोजी को चार वर्षो के काफी प्रयास के बाद आखिरकार उसका परिवार मिल ही गया।
सिस्टर डेमियन संस्थापिका आशाधाम आश्रम ने बताया कि सोजी विगत चार वर्ष पहले जगदीश मंदिर के बाहर लावारिस हालत में घूमते हुए मिला था। स्थानीय निवासियों ने सोजी को आशाधाम आश्रम में भिजवाया। उस समय सोजी का एक पैर सड़ा हुआ था। जिसका आश्रम द्वारा ईलाज किया गया। इसके बाद आशाधाम ने इसके परिवार का पता करना शुरू किया तो चार वर्ष के लगातार प्रयास के बाद सोजी के परिवार के बारे में जानकारी जुटाकर बूंदी जिले के नैनवां पंचायत समिति के जजावर ग्राम पंचायत के सरपंच राम प्रकाश धाकड़ से फोन द्वारा संपर्क किया गया। इसके बाद परिवार जनों को उदयपुर स्थित आशाधाम आश्रम में बुलाया गया। सोजी का भाई मुकेश सैनी, चाचा गोपाल सैनी और जजावर ग्राम पंचायत सरपंच राम प्रकाश धाकड़ को स्थानीय अंबामाता पुलिस की मौजूदगी में सोजी को परिवार को सुपुर्द किया गया।
सूने मकान का ताला तोड़कर नकदी व जेवरात चोरी
उदयपुर। शहर के सूरजपोल थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अज्ञात चोर के खिलाफ उसके सूने मकान का ताला तोड़कर अंदर से जेवरात व अन्य सामान चोरी कर ले जाने का मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस के अनुसार सुरेश कुमार पुत्र धर्मचन्द्र देरासरीया निवासी मोगरावाडी उदयपुर ने मामला दर्ज करवाया कि वह 12 अक्टूबर को गांव देवगढ गया हुआ था। रविवार सुबह काम वाली बाई माधवी कचरा निकाले आई तब पता चला मकान के मेन गेट का ताला और अन्दर पोर्च मे ग्रिल निकली हुई देखकर उसने पडोसी से फोन करवाया। इस पर वह गांव से उदयपुर आया और देखा तो मकान का मेन गेट का ताला तोडा हुआ था। अज्ञात चोर अन्दर पोर्च मे गेट के पास वाली ग्रिल को तोडकर अन्दर घुसा और सभी कमरो की अलमारी खोल कर सभी सामान बिखेर दिया। चोर हॉल में पूजा के स्थान पर पड़ी मूर्तियां और अन्य पूजा का सामान ले गया। अलमारियों मे कुछ खुल्ले रुपये भी चोर ले गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फाईनेंस कंपनी के ब्रांच मैनेजर ने कंपनी में किया लाखों रूपए का गबन
– टर्मिनेट करने के बाद भी खुद को मैनेजर बताकर वसूलता रहा पैसा
उदयपुर। जिले के गोगुन्दा थाना क्षेत्र में एक निजी फाईनेंस कंपनी के अधिकारियों ने गोगुन्दा के ब्रांच मैनेजर के खिलाफ लोगों को लोन दिए पैसों को वसूलने और कंपनी द्वारा टर्मिनेट करने के बाद भी खुद को कंपनी में मैनेजर बनाकर लाखों रूपए वसूलने का मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस के अनुसार एक निजी फाईनेंस कंपनी के एरिया मैनेजर पुष्पेन्द्र सिंह झाला पुत्र दिलीपसिंह झाला निवासी दीनदयाल नगर थाना माणक चौक रतलाम मध्यप्रदेश ने मामला दर्ज करवाया कि फाईनेंस कंपनी की गोगुन्दा शाखा में अभिषेक पुत्र घीसुलाल गर्ग निवासी भीम राजसमन्द ब्रांच मैनेजर के पद पर 2021 से 2023 तक काम करता था। कम्पनी ने शाखा गोगुन्दा की ऑडिट करवाई तो ऑडिट करने वाली टीम ने जांच के बाद 91 हजार 955 रूपए का गबन करना पाया। तब कम्पनी ने अभिषेक गर्ग को गोगुन्दा ब्रांच से सलूम्बर ब्रांच में 27 सितम्बर 2023 को ट्रांसफर कर दिया तो अभिषेक गर्ग ने सलूम्बर जाने से इंकार कर दिया तो कम्पनी के एचआर हैड सर्वानन्द जयचन्द्रन ने अभिषेक गर्ग को टर्मिनेट कर दिया, जिसकी सूचना अभिषेक को ऑफिस में ही दे दी थी और टर्मिनेशन लेटर देने लगे तो उसने लेने से इंकार कर दिया और ऑफिस से चला गया। इसके बाद अपना फोन बंद कर लिया, इसके बाद 1 अक्टूबर 2023 को कम्पनी के फिल्ड ऑफिसर सुन्दर कुंवर, मणीलाल, अभिषेक गहलोत, अशोक कुमार फिल्ड में कम्पनी का कलेक्शन लेने गए तो उन्हे कम्पनी के मेम्बरों ने बताया कि उन्होंने अपनी किश्त का पैसा ब्रांच मैनेजर अभिषेक गर्ग को दे दिया है, जो उनके पास लेने के लिए आए थे।
तब कंपनी के फिल्ड मैनेजरों ने आकर यह बात ब्रांच में बताई तब कपनी ने फिल्ड में ग्राहकों को सूचित करना शुरू किया कि अभिषेक गर्ग को कम्पनी ने टर्मिनेट कर दिया है, उसको कम्पनी के लॉन की किश्ते नही देवें। 3 अक्टूबर 2023 को अभिषेक गर्ग ने कम्पनी के लॉन लेने वाले मेम्बर भगुबाई पत्नी किशनदास, सीतादेवी बलाई, मीरा बाई पत्नी रामसिंह, नौजी बाई पत्नी भूरीलाल गायरी, वरजु बाई पत्नी भॅरीलाल निवासी कराई से प्रति व्यक्ति 2520 रूपये के हिसाब से कुल 12 हजर 600 रूपये उसके खाते में डाल लिये। इसके बाद एरिया मैनेजर पुष्पेन्द्र सिंह झाला और रिजनल मैनेजर देवेन्द्र योगी ने फिल्ड में जाकर लोगो से पता किया तो अभिषेक गर्ग ने कम्पनी के मेम्बरो से कैश व अपने खाते में ऑनलाईन करीब 3 लाख 80 हजार रूपए कम्पनी द्वारा टर्मिनेट करने के बाद भी मेम्बरों को मैनेजर के पद होने का विश्वास दिला कर वसूलता रहा और पैसा हड़प गया। कंपनी की ओर से आरोपी मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दुर्घटना के बाद बाईक चोरी कर ले गए चोर
उदयपुर। शहर के सूरजपोल थाना अज्ञात चोर दुर्घटना के बाद बाईक चोरी कर ले गए।
पुलिस के अनुसार जयसिंह चौहान पुत्र मनोहर सिंह चौहान निवासी धर्मराज दुध डेयरी के पास सूर्य नगर तितरडी उदयपुर ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी बाईक को गत दिनों उसका भाई बलवीर सिंह रात्रि 11.30 बजे उदियपोल बस स्टेंड से दोस्त को छोड़ के भाई के घर सादड़ी जा रहा था तभी रास्ते में उसका भाई बलवीर का एक्सीडेंट डिवाइडर से हो गया। बलवीर को एम्बुलेंस द्वारा अस्पताल भेज दिया गया। बाद में परिवारजनों ने घटनास्थल पर जाकर देखा तो मौके पर गाड़ी नहीं मिली। घटना स्थल से अज्ञात चोर बाईक चोरी कर ले गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बाईक पर अहमदाबाद जाते समय ट्रेलर की टक्कर से युवक मरा
उदयपुर। शहर के गोवर्धनविलास थाना क्षेत्र में बाईक से अहमदाबाद जाने के दौरान ट्रेलर की टक्कर से एक युवक की मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार रोशनलाल (20) पुत्र प्रकाशचंद्र कलाल निवासी आठोलिया करेड़ा भीलवाड़ा जो अहमदाबाद में रहकर काम करता था। यह कुछ दिनों पूर्व अपने गांव आया था और गांव से रविवार को अपनी बाईक लेकर अहमदाबाद की ओर जा रहा था। इसके साथ-साथ इसका जीजा संतोष कुमार भी स्कूटी पर पीछे-पीछे चल रहा था। गोवर्धनविलास थाना क्षेत्र में रमणी घाटी खरपीणा के पास में पीछे से आए ट्रेलर ने साईड से टक्कर मार दी, जिससे यह युवक नीचे गिर पड़ा और सिर पर चोंट आने से गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे उसके साथ चल रहे जीजा ने उसे 108 से एमबी चिकित्सालय भर्ती करवाया गया, जहां पर उपचार के दौरान इस युवक ने दम तोड़ दिया। सूचना पर परिजन आए और एएसआई देवेन्द्र पुरी गोस्वामी ने मृतक का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
युवती के साथ मारपीट होता देखकर बीच-बचाव में गए वृद्ध की हत्या
– पब्लिक पार्क में झगड़ा रहे थे दो युवक और एक युवती
– वृद्ध को पेट में मारी लात, उपचार के दौरान मौत
उदयपुर। शहर के प्रतापनगर थाना क्षेत्र में एक पब्लिक पार्क में दो युवक व एक युवती के बीच हो रहे आपसी विवाद को देखकर बीच-बचाव में गए एक वृद्ध पर एक युवक ने मारपीट करते हुए पेट पर लात मार दी, जिससे वृद्ध गंभीर रूप से घायल हो गया और उपचार के दौरान मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार नानिकराम (74) पुत्र गोकुल दास साधवानी निवासी राजस्थान हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी प्रतापनगर जो शनिवार शाम करीब 5.30 बजे कॉलोनी में ही बने सार्वजनिक पार्क में ईवनिंग वॉक करने गए थे। इस दौरान पार्क में दो युवक और एक युवती के बीच में विवाद हो रहा था। पहले तो वृद्ध ने यह देखकर अनदेखा कर दिया और इसके बाद दोनों युवक व युवती के बीच विवाद ओर बढ़ गया और एक युवक ने युवती को दो-तीन थप्पड़ लगा दिए। यह देखकर वृद्ध को रहा नहीं गया और वह बीच-बचाव में गया और युवती से मारपीट कर रहे युवक से मारपीट करने का कारण पूछा तो युवक भड़ गया और वह वृद्ध से गाली-गलौच करने लगा। इस दौरान दोनों के बीच हुई बहस के बीच में युवक ने इस वृद्ध से मारपीट करनी शुरू कर दी। युवक ने वृद्ध के पेट में दो लात मार दी, जिससे यह नीचे गिर पड़ा। यह देखकर दो युवक व युवती स्कूटी पर सवार होकर फरार हो गए। वृद्ध ने अपने बच्चों को सूचना दी, जिस पर इसके पुत्र आए और इसे घर पर लेकर गए। रात्रि तक वृद्ध का पेट फूल गया, यह देखकर परिजन इसे एमबी चिकित्सालय लेकर गए, जहां पर सोनोग्राफी करवाने के लिए कहा पर रात्रि को सोनोग्राफी की मशीन बंद थी, इस पर इसे एक निजी चिकित्सालय ले जाया गया, जहां पर भर्ती करवाकर उपचार करवाया गया, जहां पर रविवार शाम को उपचार के दौरान इस वृद्ध ने दम तोड़ दिया। शव को मोर्चरी में रखवाकर पुलिस को बताया। सोमवार सुबह थानाधिकारी हिमांशु सिंह की उपस्थिति में मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर हत्या का मामला दर्ज किया। पुलिस क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चैक कर आरोपियों की पहचान करने का प्रयास कर रही है।
– अवैध शराब के खिलाफ अभियान
600 लीटर वॉश व दो भट्टियां नष्ट
उदयपुर। शहर की गोवर्धनविलास थाना पुलिस ने जंगल में नदियों के किनारे पर अवैध रूप से भण्डारण कर रखा 700 लीटर महुआ वॉश को नष्ट करते हुए भटिï्टयां नष्ट की है।
थानाधिकारी अजय सिंह राव ने बताया कि विधानसभा चुनाव के तहत अवैध शराब के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान सूचना मिली कि दई माता में अवैध रूप से देशी शराब बनाई जा रही है। इस सूचना पर थानाधिकारी के नेतृत्व में हैड कांंस्टेबल भगवान सहाय, कांस्टेबल दिनेश, भगवतीलाल, रविन्द्र कुमार की टीम ने दई माता क्षेत्र में 7 ड्रमों में भरा हुआ 600 लीटर महुवे का वॉश व अवैध शराब बनाने के लिए बनाई गई भट्टियां नष्ट की। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है