उदयपुर संभाग में धर्मान्तरण करवाने वाली गैंग और नक्सलवाद जैसी गतिविधियां हावी होने को लेकर लगातार चिंता व्यक्त करने वाले उदयपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद मन्नालाल रावत ने संसद में रोहिंग्या घुसपैठियों का मामला भी उठाया और इनको संरक्षण देने वाले तथा अवैध घुसपैठ में सहयोग करने वाले लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने की मांग उठाई है।
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सांसद रावत ने अपनी बात रखते हुए बताया कि रोहिंग्या घुसपैठियों द्वारा अवैध रूप से देश की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं और अपने पहचान प्रमाण पत्रों को फर्जी तरीके से तैयार कर रहे हैं। रोहिंग्या घुसपैठी छद्म रूप से नाम व धर्म बदल कर अनैतिक कार्यों में संलग्न पाए गये है। इन अवैध घुसपैठियों के कारण कई रूपों में राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियां उत्पन्न हो रही है, जो हम सबके लिए गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है। सांसद रावत ने सरकार से आग्रह किया कि देश की आंतरिक सुरक्षा की इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर इनके द्वारा बनाये गए आधार कार्ड की जांच की जाए। आधार के आवेदन के दौरान दिये गए दस्तावेजों की भी प्रमाणिकता की जांच करने एवं फर्जी तरीके से दस्तावेज बनाने वाले आधार संचालक आदि के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की। सांसद रावत ने इस गंभीर मुद्दे पर शीघ्र कार्रवाई की मांग की जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि सांसद रावत अपने संसदीय क्षेत्र में धर्मान्तरण गतिविधियों और डूंगरपुर-बांसवाडा में सक्रिय झारखंड के कुछ चिंहित तत्वों द्वारा फैलाई जा रहे भ्रम को लेकर आवाज उठाते रहे हैं। हाल में आदिवासी हिन्दू है इसको स्पष्ट करने के लिए सांसद श्री रावत ने बेणेश्वर मेले के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर अपने भाषण में तथ्य रखे थे, लेकिन बाप से चुने गए विधायक ने अकारण विरोध शुरु कर दिया। सांसद श्री रावत ने कहा कि इससे साफ हो रहा है बाप पार्टी के नेता किन लोगों को समर्थन कर रहे हैं, प्रश्रय पा रहे है। साथ ही रोहिग्या की तरह ही देश के अंदर के कौन लोग भ्रम फैलाकर माहौल खराब चाहते हैं।
स्मरण रहे संघ मे भी धर्मांतरण करने वाले पारितंत्र की रणनीति को ध्वस्त करने के लिए महाकुंभ में रणनीति पर चर्चा हो रही है।