उदयपुर। उदयपुर ने पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में राष्ट्रीय स्तर पर 13 वीं और राज्य स्तर पर तीसरी रैंक हासिल की है। नगर निगम द्वारा लगातार किए गए नवाचार और जनभागीदारी ने इस शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में अग्रणी बना दिया है। निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने उदयपुर को मिली रैंकिंग पर शहरवासियों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए अगली चुनौती को स्वीकार कर ओर अधिक स्वच्छ कार्य हेतु सहयोग की अपील की है।

एक नई चुनौती से सामना – आयुक्त
नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि नगर निगम द्वारा इतिहास रचते हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है नगर निगम एवं शहर वासियों के समझ प्रयास से ही यह उपलब्धि मिली है आयुक्त ने कहा है कि इस उपलब्धि ने हमें एक नई चुनौती की और अग्रसर किया है जिसका मुकाबला हमें मिलकर करना होगा। उदयपुर ने पूरे भारत में 13 स्थान हासिल किया है अब हमें इस स्वच्छता के कार्य को निरंतर करते हुए और भी अनेक कार्य करने होंगे जिससे यह शहर अगले वर्ष होने वाली सर्वेक्षण में इससे भी अधिक उत्कृष्ट स्थान पर पहुंचने में सफल हो सके।
इन मुख्य कार्यों के चलते उदयपुर पहुंचा अग्रिम स्थान पर।
नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि निगम द्वारा शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में उच्च पायदान पर पहुंचाने हेतु कई कार्य संपन्न किए गए जिसमें से प्रमुख रूप से घर-घर कचरा संग्रहण कार्य रहा है इस कार्य में पिछले वर्ष जहां परिणाम केवल 40% था वही इस वर्ष नगर निगम द्वारा 96 प्रतिशत प्राप्त किए है। आयुक्त महोदय द्वारा चलाये गये अभियान नो सेग्रिगेशन नो वेस्ट कलेक्शन के अंतर्गत सोर्स सेग्रिगेशन को 40 प्रतिशत से बढाकर 82 प्रतिशत तक लाया गया। कचरा वैज्ञानिक प्रसंस्करण में निगम को 88%, कचरा मुक्त शहर (GFC) में 3 स्टार का दर्जा, ODF (खुले में शौच मुक्त) का दर्जा आदि कार्यों में निगम ने कई बदलाव करते हुए अपना सफलतम प्रयास कर उदयपुर को उच्च पायदान पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उल्लेखनीय सुधार से पहुंचे सफलता के पायदान पर।
नगर निगम द्वारा अपने मूलभूत कार्यों में उल्लेखनीय सुधार किया गया निगम आयुक्त एवं उनकी पूरी टीम ने लग्न के साथ कार्य करते हुए उदयपुर में सुधार हेतु जन जागरण अभियान चलाएं इन्हीं अभियानों के परिणाम स्वरूप उदयपुर आज स्वच्छता सर्वेक्षण में उच्च पायदान पर पहुंचा है घर-घर कचरा संग्रहण में 96% कवरेज के साथ शहर के लगभग सभी घरों से नियमित रूप से कचरा एकत्रित किया जा रहा है। निगम आयुक्त द्वारा चलाए गए अभियान के बाद शहर वासियों द्वारा अपने घरों में गिला एवं सूखा कचरा अलग-अलग एकत्रित किया जा रहा है। 82% स्रोत पर पृथक्करण यह दर्शाता है कि शहर के नागरिक गिला एवं सूखा कचरा अलग-अलग निस्तारण करने के प्रति जागरूक हो चुके हैं। 88% कचरे का वैज्ञानिक प्रसंस्करण न केवल पर्यावरणीय दृष्टि से सराहनीय है, बल्कि यह एक स्थायी स्वच्छता प्रणाली की ओर भी संकेत करता है। कचरा मुक्त शहर GFC में 3 स्टार रेटिंग और खुले ने शौच ODF Water+ प्रमाणीकरण प्राप्त करना दर्शाता है कि झीलों की नगरी उदयपुर अब देश के स्वच्छतम और व्यवस्थित शहरों में सम्मिलित है।
12500 में से 10478 अंक प्राप्त किए उदयपुर ने।
निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में उदयपुर को 12500 में से 10478 अंक प्राप्त हुए। यह अंक निगम द्वारा सम्पादित विभिन्न कार्यों की गुणवत्ता को देखते हुए सर्वेक्षण टीम द्वारा दिए गए। स्वच्छ भारत मिशन के नोडल अधिकारी एवं अधिशाषी अभियंता यांत्रिक लखन लाल बैरवा, स्वास्थ्य अधिकारी सत्यनारायण शर्मा, स्वास्थ्य निरीक्षक,सभी सेक्टर प्रभारी,जमादार, सफाई कर्मचारीयो आदि का भी सराहनीय योगदान रहा है।
स्मार्ट सिटी के तहत हुए कार्यों से मिला सहयोग।
नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि स्मार्ट सिटी द्वारा शहर में विभिन्न कार्य संपादित करवाए गए, यह कार्य भी रैंकिंग बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुए हैं।
स्वच्छता सर्वेक्षण एक नजर में –
स्वच्छता सर्वेक्षण प्रतिवर्ष MOHUA द्वारा करवाया जाने वाला विश्व का सबसे बडा सिटीजन एनरोल्ड सर्वेक्षण कार्यक्रम है जो वर्ष 2016 में आरंभ हुआ था। इस कार्यक्रम के अंतर्गत किए गए सर्वेक्षण में उदयपुर नगर निगम को राष्ट्रीय स्तर पर 13 वी रैंक व राज्य स्तर पर 3 री रैंक हासिल हुई है।