उदयपुर। उदयपुर-अहमदाबाद (असारवा) ब्रॉडगेज की शुरुआत के बाद से ही यह रुट दक्षिण से जुड़ने की बाट जोह रहे है। जब तक रुट पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा नहीं होता तब तक यह ट्रैक दक्षिण से नहीं जुड़ पायेगा, लेकिन अब कड़ियाँ जुड़ना शुरू हो गई है।
रेलवे द्वारा कदम बढ़ाते हुए इस रूट पर उदयपुर से जयसमन्द तक 65 किमी ट्रैक पर विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया है। रविवार को अधिकारियों की मौजूदगी में खारवा-जयसमन्द 38 किमी ट्रैक पर इलेक्ट्रिक इंजन चलाकर स्पीड ट्रायल ली गई। 65 किमी तक पूरे हुए ईलेक्ट्रिकफिकेशन के इस काम में उदयपुर-खारवा 27 किमी ट्रैक का पहले ही काम व सीआरएस पूरा हो चुका है। अब इस 38 किमी ट्रैक का सीआरएस निरीक्षण बाकी है जो जल्द ही पूरा होगा।
वहीं जयसमन्द से आगे इस ट्रैक पर डूंगरपुर तक इलेक्ट्रिक पिलर व कॉपर वायरिकरण का काम भी पूरा हो चुका है। ऐसे में कुछ माह में डूंगरपुर तक काम पूरा हो जाएगा और वर्ष 2024 तक हम विद्युतीकरण काम पूरा होने बाद दक्षिण से जुड़ जाएंगे। ज्ञातव्य है कि इस रूट पर उदयपुर-हिम्मतनगर तक करीब 210 किमी ट्रैक पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम होना है जिसमें से डूंगरपुर तक कदम बढ़ चुके है।
इलेक्ट्रिक इंजन की स्पीड ट्रायल के दौरान रेल इंडिया टेक्निकल इकॉनोमी सर्विसेज के उच्च अधिकारी के. वेंकटेश, रणजीत मेहता, अरविंद कुमार, यू.वी. राव, नरसिम्हा, विजय अहरिवाल, विनोद कुमार, अरुण कुमार व लाइजन ऑफिसर (रेल्वे इलेक्ट्रिफिकेशन) सुगनचंद वर्मा मौजूद रहे।