उदयपुर शहर के नैला तालाब की पाल पर क्षेत्रवासियों के द्वारा हनुमान जी के मंदिर का निर्माण कार्य जैसे ही शुरू किया गया वैसे ही बुधवार को यूडीए के जाब्ते ने मौके पर पहुंचकर मंदिर निर्माण का कार्य तत्काल रुकवा दिया। उसके बाद यूआईटी ने मौके पर दो होमगार्ड के जवान तैनात कर दिए। इससे क्षेत्रवासियों में रोष व्याप्त हो गया।
सहव्रत पार्षद मदन बाबरवाल ने बताया की यूडीए ने जिस तरह से मंदिर का निर्माण कार्य रुकवाया है उससे सनातन धर्म प्रेमियों को ठेस पहुंची हैं। बाबरवाल ने कहा कि आज दिन तक सभी पूजा स्थल चाहे वह किसी भी धर्म के हो सार्वजनिक स्थान पर बनने के साथ-साथ सार्वजनिक ही होते हैं। इसमें यूडीए ने बालाजी के मंदिर के निर्माण को रुकवा कर सनातन धर्म को ठेस पहुंचाने का कार्य किया है और अगर 2 दिन के अंदर मंदिर निर्माण कार्य शुरू नहीं करने दिया गया तो क्षेत्रवासियों के साथ सभी हिंदू संगठन जिला कलेक्ट्री पर धरना प्रदर्शन करेंगे। वहीं क्षेत्रवासी लाल सिंह देवड़ा ने कहा कि प्रशासन जिस तालाब की बात कर रहा है वह तालाब तो निजी खातेदारी का हैं।
देवड़ा ने कहा कि पूरा नैला तालाब की जमीन वही के स्थानीय राजपूत समाज, गमेती समाज और डांगी समाज की खातेदारी की जमीन है। यह पर अभी राडाजी ,भोमिया जी के साथ पूर्वजों के मंदिर भी है। ऐसे में स्थानीय लोगों की आस्था को देखते हुए नेला तालाब विकास समिति ने यहां पर हनुमानजी के मंदिर का निर्माण शुरू किया, इसके के लिया तीन दिन पूर्व नींव का पूजन किया गया और हनुमानजी की प्रतिमा भी लाई गई लेकिन जैसे ही नींव का काम शुरू हुआ वैसे ही यूडीए ने आकर मंदिर निर्माण का कार्य रुकवा दिया और गार्ड तैनात कर दिए।