उदयपुर। प्रदेश के जनजातिय क्षेत्र की प्रतिभाओं को निखारने और उन्हे आरएएस तक पहुंचाने के लिए जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग ने अमृत कलश योजना के तहत नि:शुल्क कोचिंग का शुभारंभ किया हैं। आरएएस की प्रारम्भिक परीक्षा के लिए उदयपुर के माणिक्यलाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (टीआरआई) में जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए निःशुल्क कोचिंग का शुभारंभ जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने किया।
इस मौके पर खराडी ने कहा कि अनुसूचित क्षेत्र के आदिवासी समाज का बच्चा भी कलेक्टर -एसपी बने इसी मंशा के साथ प्रयासरत हूं तथा निकट भविष्य में दिल्ली और जयपुर में टीएसपी एसटी वर्ग के बच्चों के लिए निःशुल्क आईएएस कोचिंग शुरु करवाने की हमारी योजना है। उन्होंने छात्रों से कहा कि प्रशासनिक सेवाओं में दक्ष और कार्यकुशल अभ्यर्थी चयनित होंगे तो इसके प्रशासन और समाज पर सकारात्मक प्रभाव होंगे।
लक्ष्य बडा रखे एवं ना पालें अभिमान
बाबूलाल खराडी ने छात्रों से कहा कि मैं आप में से आईएएस और आरएएस बनते देखना चाहता हूं, इसके लिए कड़ी लगन और मेहनत के साथ जुट जाएं। हमारे लिए राष्ट्र सदैव सर्वोपरि होना चाहिए। युवा पीढ़ी के कंधों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। लक्ष्य बड़ा रखें एवं कभी अभिमान ना पालें, क्योंकि अभियान पतन का प्रमुख कारण होता है। कठिन परिश्रम पर विश्वास रखें क्योंकि कर्म से भाग्य का निर्माण होता है।
उन्होंने कहा कि इस कोचिंग के माध्यम से जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों को पूर्ण मार्गदर्शन मिलेगा जिससे उन्हें परीक्षा में आत्मविश्वास एवं मनोबल मिलेगा एवं सफलता प्राप्त होगी। इस अवसर पर टी.आर.आई. के निदेशक ओ.पी. जैन ने बताया कि जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की ’अमृत कलश योजना’ के तहत जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों को उक्त प्रतियोगी परीक्षा की सम्यक एवं व्यवस्थित तैयारी करवा उनकी क्षमता वृद्धि हेतु 45 जनजाति अभ्यर्थियों के लिए यह कोचिंग कक्षाएं संचालित की जाएगी। 02 फरवरी 2025 को आयोज्य प्रारम्भिक परीक्षा के लिए कोचिंग की नियमित कक्षाएं 18 दिसंबर से टी.आर.आई. परिसर में सायं 04 बजे से नियमित संचालित होगी।