आप भी शहर की चहल पहल की दुनिया से दूर सकून में नए साल का जश्न मनाना चाहते है और प्रकृति को करीब से देखना चाहते है तो इस साल की शुरुआत के लिए ट्रेकिंग और कैंपिंग एक अच्छा विकल्प हैं। प्राकृतिक नजारे, झरने, जंगल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
इन दिनों पर्यटक शहर की दुनिया को छोड़ कर ट्रेकिंग और कैंपिंग की ओर जा रहे हैं।
यह ट्रेकिंग शहर के आस पास के क्षेत्र कुंभलगढ़, अलसीगढ़, रायता जैसी जगहों पर करवाई जा रही हैं। इसके साथ पर्यटकों को कैंपिंग वाले टेंट में रहना सबसे ज्यादा पसंद आ रहा हैं।
मेवाड़ मैउन्टिनीअर ट्रेक लीडर निखिल बताते है कि कैपिंग, ट्रेकिंग, रॉकलिंग, मॉनटेरिंग पर्यटकों को बहुत पसंद आती हैं।
पर्यटकों के लिए एक अलग व अनोखा अहसास होता है, जिसमें पर्यटक प्रकृति से सीधे रूबरू होते हैं। कैंपिंग टेंट से बाहर निकलते ही प्रकृति के सुंदर नजारे मन मोह लेते हैं।
ट्रैंकिग एडवेंचर में पर्यटकों को एक टेंट, स्लीपिंग बैग, इमरजेंसी टॉर्च, खाने-पीने की व्यवस्था की जाती हैं।
उन्होंने बताया कि थर्टी फसर्ट पर नए साल के जश्न के लिए अभी से बुकिंग शुरु हो गई हैं। कैंपिंग शुल्क 1500 से लेकर 2000 रुपए तक का शुल्क पर्यटकों से लिया जाता हैं।
जश्न के लिए तैयार लेकसिटी
नए साल के जश्न के मनाने के लिए लेकसिटी में तैयारी शुरु हो चुकी हैं। न्यू की पार्टी को लेकर होटल-रिसोर्ट में विशेष पेकैज दिए जा रहे हैं।
देशी और विदेशी सैलानियों का लेकसिटी में आना शुरु हो गया हैं। न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, दिल्ली आदि राज्यों के पर्यटक आना शुरु हो गए हैं।
शहर के प्रमुख पर्यटक स्थल पर्यटकों से गुलजार हैं। लेकसिटी में घरेलू पर्यटकों का आंकड़ा तो बढ़ा ही हैं, इसके साथ ही विदेशियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही हैं।
इस साल अनुमान लगाया जा सकता हैं कि इस साल पर्यटकों का आंकड़ा 19 से 20 लाख तक पहुंच सकता हैं।