उदयपुर। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर की ओर से आयोजित किए जा रहे ‘शिल्पग्राम उत्सव’ का शुभारंभ गुरुवार शाम राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र करेंगे। देशभर की लोक संस्कृति को एक धागे में पिरोने वाले इस वृहद लोकोत्सव में जहां लोक गीत—संगीत—नृत्य का अनूठा संगम होगा, वहीं तमाम राज्यों के हस्तशिल्प उत्पाद बनाने वाले यहां लगे करीब 400 स्टाल्स पर अपने उत्पादों को बिक्री के लिए रखेंगे। मेले के प्रथम दिन गुरुवार को दोपहर 3 बजे बाद आम जन का प्रवेश निशुल्क रहेगा
पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर की निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के विजन के तहत केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत यह लोकोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इसका शुभारंभ गवर्नर कलराज मिश्र और अन्य अतिथि गुरुवार शाम मुख्य मंच पर ढोल वादन के साथ करेंगे। तत्पश्चात ‘लोक झंकार’ कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शुरू होंगी। यह आयोजन 30 दिसंबर तक चलेगा।
बता दें, राज्यपाल कलराज मिश्र बुधवार सुबह विमान से उदयपुर पहुंच चुके हैं। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर की निदेशक किरण सोनी गुप्ता तथा अन्य अधिकारियों ने उनका एयरपोर्ट पर स्वागत किया। इसके बाद राज्यपाल ने उदयपुर में अपने अन्य निर्धारित कार्यक्रमों में शिरकत की। वे गुरुवार शाम वे मुख्य मंच से जहां शिल्पग्राम उत्सव का शुभारंभ करेंगे, वहीं इससे पूर्व शिल्पग्राम के संगम सभागार में म्यूरल कला प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। यह समारोह शाम 5:30 बजे राज्यपाल के आगमन के साथ आरंभ होगा।
देशभर के नामचीन लोक कलाकार पहुंचे—
इन दस दिनों में देशभर से आए नामचीन लोक कलाकार अपनी—अपनी आर्ट फार्म का सिद्धहस्तता से प्रदर्शन करेंगे। इसमें जहां करीब 500 कलाकार अपनी लोक कला का मुक्ताकाशी मंच पर प्रदर्शन कर दर्शकों का मन मोहेंगे, वहीं करीब 400 स्टाल्स पर हस्तशिल्प के उत्पादों की बिक्री होगी।
प्रतियोगिता, शिविर और कार्यशाला—
उत्सव के दौरान मांडणा और मेहंदी कला प्रतियोगिता के साथ ही फड़ कला शिविर तथा रेखा चित्र कार्यशाला का आयोजन भी होगा। इनमें प्रतिभागी जहां नई कला सीखने के साथ ही अपनी कला को और निखार सकेंगे।