भाजपा के बाद कांग्रेस ने भी अधिकारी को उतारा मैदान में
लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा के बाद कांग्रेस की पहली सूची आ गई हैं। राजस्थान में कांग्रेस ने 10 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी हैं। इस सीट पर जिस तरह से भाजपा ने एक अधिकारी को मौका दिया उसी तरह कांग्रेस ने भी उदयपुर में कलक्टर रहे ताराचंद मीणा को अपना उम्मीदवार बनाया हैं।
दो बार सांसद रहे अर्जुनलाल मीणा को भाजपा ने मौका नहीं दिया तो इधर कांग्रेस के अंदर कोई भी चुनाव लड़ने को राजी नहीं दिखाई दिया ऐसे में कांग्रेस ने भी किसी हारे हुए प्रत्याशी पर दांव खेलने से अच्छा नए प्रत्याशी पर दांव खेलना उचित समझा। ऐसे में इस बार भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर राज्य सरकार में दो अलग—अलग पदों पर लम्बे समय तक अधिकारी रहे भाजपा के प्रत्याशी डॉ. मन्नालाल रावत और कांग्रेस प्रत्याशी ताराचंद मीणा के बीच होने वाली हैं।
मीणा ने कोटडा मिशन से जीता था गहलोत सरकार का दिल
ताराचंद मीणा ने उदयपुर में जिला कलक्टर रहते हुए आदिवासी अंचल कोटडा के लिए एक मिशन चलाकर वहां के लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया था। मीणा के इस मिशन की राज्य स्तर पर भी चर्चा हुई थी और तात्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी मिशन की प्रंशसा की थी।
इस मिशन के बाद भी ताराचंद मीणा सुर्खियों में आए थे और कयास यह लगाए जा रहे थे कि विधानसभा चुनाव के दौरान वे झाड़ोल से कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ सकते हैं हांलाकि उस दौरान तो पार्टी ने मीणा को उम्मीदवार नहीं बनाया लेकिन लोकसभा चुनाव में मीणा टिकट पाने में कामयाब रहे।
रावत लम्बे समय से उदयपुर में परिवहन विभाग में कर चुके है कार्य
भाजपा प्रत्याशी मन्नालाल रावत परिवहन विभाग में कार्यरत थे और 2008 में उदयपुर जिले में परिवहन अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे थे। लम्बे समय तक उदयपुर और आसपास के जिलो में कार्य करने के बाद अतिरिक्त प्रादेशिक परिवहन अधिकारी और प्रादेशिक परिवहन अधिकारी के रूप में भी लम्बे समय तक उदयपुर में कार्य किया। हांलाकि रावत का भाजपा की ओर झुकाव होने से कांग्रेस राज में उन्हे अच्छी जगह पर पोस्टिंग नहीं मिली। रावत लम्बे समय से यहां से लोकसभा चुनाव लड़ने की जुगत में थे और पार्टी ने उन्हें इस बार उम्मीदवार घोषित किया हैं।
मोदी लहर का रावत को मिलेगा फायदा
2014 और 2019 में राजस्थान में 25 सीटों पर कब्जा करने वाली भाजपा इस बार फिर इतिहास दोहराना चाहती हैं। ऐसे में भाजपा ने अब तक सभी सीटों पर बडे रिसर्च के बाद टिकट वितरण किया हैं। उदयपुर लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी डॉ. मन्नालाल रावत को मोदी लहर का फायदा मिल सकता हैं। इसके अलावा कांग्रेस प्रत्याशी अन्य जिले से आकर यहां पर चुनाव लड़ रहे है ऐसे में पार्टी की ओर से उन्हे कितना सहयोग मिल पाता हैं यह तो चुनाव में ही पता चलेगा।