उदयपुर के पूर्व राघराने के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन से रविवार को पूरे मेवाड में शोक की लहर फैल गई। लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे अरविंद सिंह मेवाड सिटी पैलेस के शंभू निवास में वे रहते थे और उनका यहीं पर इलाज चल रहा था। अरविंद सिंह मेवाड ने अपनी अलग पहचान बनाई थी। अरविंद सिंह मेवाड़ भागवत सिंह मेवाड़ और सुशीला कुमारी मेवाड़ के छोटे बेटे थे। उनके बड़े भाई महेन्द्र सिंह मेवाड़ का निधन पिछले साल 10 नवंबर 2024 को हुआ था।

अरविंद सिंह ने अजमेर के मेयो कॉलेज से अपनी स्कूली पढ़ाई की। इसके बाद उदयपुर में महाराणा भूपाल कॉलेज से आर्ट्स में ग्रेजुएशन किया। उन्होंने यूके के सेंट एल्बंस मेट्रोपॉलिटन कॉलेज से होटल मैनेजमेंट की डिग्री भी ली थी। अरविंद सिंह ने अमेरिका में कुछ समय जॉब भी की। वे एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक थे। इसके अलावा वे महाराणा मेवाड़ फाउंडेशन ट्रस्ट, महाराणा मेवाड़ ऐतिहासिक प्रकाश ट्रस्ट, राजमाता गुलाब कुंवर चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष थे।
अरविंद सिंह मेवाड और उनके भाई महेन्द्र सिंह मेवाड का प्रोपटी को लेकर 41 साल से चल रहा था विवाद
अरविंद सिंह मेवाड हमेशा से ही चर्चा में बने रहे। हांलाकि पिछले साल उनके बडे भाई महेन्द्र मेवाड के निधन के दौरान दोनों भाईयों के बीच चल रहा प्रोपटी विवाद जगजाहिर हो गया। विवाद के बाद अरविंद सिंह के पुत्र डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड और महेन्द्र सिंह मेवाड के पुत्र विश्वराज सिंह मेवाड के बीच हुई खींचतान सभी के सामने आ गई और प्रोपटी विवाद के चलते डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड महेन्द्र सिंह मेवाड की अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हुए थे।
सिटी पेलेस में जाने से पर्यटकों को रोका
अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन के बाद रविवार को सिटी पेलेस के गेट को बंद कर दिया गया है और पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। जगदीश चौक की तरफ वाले गेट को बंद करने के बाद अब आगामी आदेश तक बंद रखने के आदेश जारी किए गए है। माना जा रहा है कि मेवाड़ के अंतिम संस्कार के बाद ही सिटी पेलेस में पर्यटकों को प्रवेश दिया जाएगा।