उदयपुर। 28 जून 2022 का वो दिन, जब कट्टरपंथियो ने कन्हैयालाल की दुकान में घुसकर निर्मम तरीके से उसकी हत्या कर दी। ठीक एक साल बाद उनकी पहली बरसी पर बुधवार को विशाल रक्तदान शिविर, सामूहिक श्रद्धाजंलि एवं हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया।
नगर निगम परिसर में हुए रक्तदान शिविर में दोनों बेटों का दर्द छलक गया। पुष्पाजंलि के दौरान दोनों बेटों ने अपने पिता को याद किया तो उनके हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की। इससे पहले नगर निगम परिसर में विशाल रक्तदान शिविर में कई हिंदू संगठनों के पदाधिकारी पहुंचे।
यहां पर सबसे पहले सभी ने कन्हैयालाल को पुष्पाजंलि अर्पित की। कन्हैयालाल के दोनों पुत्रों को इस बात का मलाल है कि उनके पिता के हत्यारों को कब सजा मिलेगी। दोनों पुत्र इस बात को मानते है कि सरकार की और से उनको आर्थिक मदद हुई लेकिन फास्ट ट्रेक कोर्ट में मुकद्मा चलाकर सजा दिलाने के वादे पर सरकार खरी नहीं उतर पाई।
विधायक प्रीति शक्तावत ने किया रक्तदान
कन्हैयालाल की पहली बरसी पर हुए विशाल रक्तदान शिविर में वल्लभनगर विधायक प्रीति शक्तावत भी नगर निगम पहुंची। यहां पर शक्तावत ने रक्तदान करते हुए कन्हैयालाल को पुष्पाजंलि अर्पित की। उन्होंने दोनों पुत्रों से बातचीत की।
कन्हैयालाल के पुत्रों की मांग — हत्यारों को मिले फांसी
कन्हैयालाल के पुत्र यश और तरूण दोनों को इस बात का अभी भी दर्द है कि उनके पिता के हत्यारे अभी भी जिंदा हैं। दोनों पुत्र शुरू से ही हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रहे है लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी हत्यारों को सजा का ऐलान नहीं हुआ हैं। पहली बरसी पर दोनों ने एक बार फिर फांसी की मांग की हैं।