उदयपुर। राजीव गांधी शहरी और ग्रामीण ओलम्पिक खेलों के आगाज तो प्रशासन ने बेहतरीन तरीके से कर दिया पर कुछ स्थानों पर अधिकारियों की उदासीनता चलते बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावक भी खासे परेशान हुए। कुछ ऐसी ही स्थिति बीएन कॉलेज ग्राउण्ड पर शुरू हुए शहर ओलम्पिक में लापरवाही के चलते नजर आई। यहां पर दोपहर को एक बजे तक ओलम्पिक शुरू नही हो पाया। दोपहर को 1 बजे बाद खेल शुरू हुए, इस दौरान बच्चों को पानी तक नसीब नहीं हुआ और उन्हें भूखे-प्यासे ग्राउण्ड में ही बैठाए रखा। इस लापरवाही परिजन तो क्या बच्चों में भी खासा आक्रोश नजर आया।
जानकारी के अनुसार शहर ओलम्पिक के लिए सरकार ने भले ही कितने ही इंतजाम किए हो लेकिन हकीकत कुछ और ही हैं। उदयपुर शहर के गांधी ग्राउण्ड में इन खेलों का रंगारंग आगाज हुआ। यहां पर शहर के विभिन्न ग्राउण्ड में शुरू किए जाने वाले ओलम्पिक में बच्चों को गांधी ग्राउण्ड बुला लिया और कार्यक्रम के बाद पुन: इन बच्चों को दूसरे ग्राउण्ड में भेजा गया। यहीं से लापरवाही हो गई।
बीएन ग्रांउड पर प्रतियोगिता के लिए पहुंचे नन्हे खिलाडियों के लिए न तो पानी की व्यवस्था थी न ही वहां पर बच्चों के लिए नाश्ता समय पर पहुंचा। सुबह 10 बजे से इस ग्राउण्ड में खेलने आए बच्चें भूखे-प्यासे ही ग्राउंड में बैठे रहे। इन बच्चों के लिए ना तो पानी की व्यवस्था थी और ना ही खाने के लिए कुछ दिया। जिससे बच्चे काफी परेशान हो गए। दोपहर एक बजे तक तो परिजन भी इंतजार करते रहे और बाद में परिजनों का गुस्सा फूट गया। दोपहर को जब मौके पर अधिकारी पहुंचे तो परिजनों ने नाराजगी जाहिर की तो आनन-फानन में व्यवस्था की गई।
इसके बाद करीब डेढ बजे बाद पहली दौड हो पाई। इसके अलावा अन्य खेलों का आयोजन भी इसके बाद ही शुरू हो पाया। बीएन ग्राउंड की हालत तो ऐसी थी मानो वह खेल मैदान नहीं बल्कि कोई खेत हो। जिसमें बड़ी-बडी घास दिखाई दे रही थी। वहां मौजूद परिजनों ने बताया कि यहां पर अव्यवस्थाओं का आलम ऐसा था कि किसी को बच्चों की चिंता नहीं थी।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी आशा मांडावत ने बताया कि अलग-अलग कलस्टर के बच्चे होने से उनकी व्यवस्था में थोडा समय लग रहा था, वहीं दूसरी और उन्होंने माना कि पहला दिन होने से कुछ जगहों पर अव्यवस्थाएं हो सकती हैं। अन्यथा बच्चों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। जिस तरह का आलम था उसके बाद भी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी यह मानने को तैयार नहीं हैं कि ग्रांउड पर लापरवाही बरती गई हैं।