राजस्थान विधानसभा में सोमवार को सत्र के शुरुआत में ही माहौल गर्मा गया। इसके मुख्य किरदार रहे बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा। जिस तरह बार बार लाल डायरी का जिक्र करने वाले गुढ़ा आखिर लाल डायरी लेकर विधानसभा पहुंचे तो वहां पहुंचने पर जोरदार हंगामा हो गया। विधानसभा में गुढ़ा ने जैसे ही स्पीकर डॉ. सीपी जोशी के सामने लाल डायरी लहराई कि इतने में मंत्रियों के लाते घूंसे शुरु हो गए। गुढ़ा ने मंत्री शांति धारीवाल का माइक नीचे कर दिया। सदन में हंगामा होने के बाद स्पीकर ने सदन को स्थगित कर दिया।
बता दे कि बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने महिलाओं के साथ दुष्कर्म और सुरक्षा का मुद्दा उठाया था। इस मुद्दे को लेकर उन्हें मंत्री पद बर्खास्त कर दिया था। बर्खास्त करने के बाद गुढ़ा ने सीएम गहलोत पर गंभीर आरोप लगाए थे कि गहलोत सरकार जब संकट में थी और धर्मेंद्र राठौड़ के यहां ईडी और इनकम टैक्स के छापे मारे जा रहे थे। तब मुख्यमंत्री गहलोत ने मुझे बुलाया और वो लाल डायरी लाने को बोले थे। मैं 9 वीं मंजिल पर 150 सीआरपीएफ जवानों के बीच में घुसते हुए दरवाजा तोड़कर लाल डायरी लेकर आया और गहलोत की सरकार बचाई।
सदन से बाहर आने के बाद मीडियाकर्मियों के पूछे सवालों के जवाबों में गुढा गहलोत पर जमकर बरसे। उन्होंने आरसीए चुनाव के साथ—साथ राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों को दिए गए लेनदेन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सरकार पर संकट आने के बाद किन विधायकों को पैसा दिया गया और यह पैसा कहा से आया, यह सभी बाते उस लाल डायरी में मौजूद हैं।
लेनदेन के सवाल पर गुढा ने कहा कि डायरी में एक दो लाख या एक दो करोड का नहीं बल्कि 200 से 500 करोड के लेनदेन का ब्यौरा मौजूद था। इसके अलावा गुढा ने यह भी कहा कि धर्मेद्र राठौड के अपार्टमेंट में लेनदेन हुआ हैं और जो लाल डायरी की बात की जा रही है उसे जान पर खेलकर निकालकर लाया था। उस समय रामलाल जाट और धीरज गुर्जर भी थे लेकिन अभी वे मना कर सकते हैं।
मीडिया के सामने बताई लाल डायरी, खोलने से किया मना
राजेन्द्र गुढा ने मीडिया के सामने डायरी तो बताई लेकिन उसे खोलने से मना कर दिया, उन्होंने कहा कि लाल डायरी अलग—अलग पार्ट में हैं। पहले पार्ट की डायरी तो विधानसभा में छिन ली गई और मारपीट की गई। उन्होंने कहा कि वे मरते दम तक अपनी आवाज को बुंलद करते रहेगें इसके साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत का नार्को टेस्ट करवाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि अगर नार्को टेस्ट होता है तो सब कुछ साफ हो जाएगा। जेल में दुष्कर्म के जो आरोपी बंद है उससे बडे तो विधानसभा में मौजूद हैं। गुढा ने कहा कि जिस तरह फ्लोरेंस विश्नोई जेल में बैठकर गलत काम रहा हैं उसी तरह ये विधानसभा में बैठकर गलत काम करवा रहे हैं।