उदयपुर। दिवाली सीजन जहां एक और बाजार में लोगों ने जमकर खरीददारी की तो वहीं दूसरी और साइबर ठगों ने भी लोगों का लाखों रुपए का चुनाया लगाया हैं। दिवाली सीजन के केवल 15 दिनों में उदयपुर जिले में साइबर एक्सपर्ट के पास 75 शिकायते दर्ज हुई हैं। इन शिकायतों के माध्यम से पता चला है कि लोगों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ हैं। इसमें सबसे ज्यादा ऑनलाइन शॉपिंग के केस हैं। कुछ सालों में आनलाइन शापिंग का ट्रेंड बढ़ गया हैं तो वहीं आनलाइन शापिंग के माध्यम से शातिर ठग लाखों रुपए की ठगी करने नहीं चुक रहे हैं।
आर्मी दफ्तर से फोन, जवानों के लिए मिठाई का ऑर्डर, खाते से गायब हुआ लाखों रुपए
ठगों ने दीपावली के मौके पर मिठाई की दुकान को निशाना बनाया और आर्मी आफिसर बनकर शहर की नामी मिठाई की दुकान पर फोन किया। इसके बाद वहां पर मिठाई का आर्डर दिया और जब पेमेंट करने की बारी आई तो ठग ने पहले अपने खाते में एक रूपए ट्रांसफर करने की बात कही और बाद में दुकानदार के खाते में 2 रूपए ट्रांसफर कर दिए। इस तरह वह जाल में फंस गया और साइबर ठग ने 2 लाख 37 हजार रुपए गवा बैठता हैं।
जिस तरह आप हेल्थ चेक अप कराते है उसी तरह मोबाईल चेक अप का भी ध्यान रखे – श्याम चंदेल
साइबर एक्सपर्ट श्याम चंदेल बताते है कि फेस्टिव सीजन में ठगों को सबसे ज्यादा ठगी करने का मौका मिलता हैं। इसलिए लोगों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि किसी भी एप्प को इंस्टॉल करने से पहले उसके बाद पूर्ण जानकारी प्राप्त कर ले या फिर अगर जानकारी नहीं मिलती हैं तो एप्प को डाउनलोड नहीं करें।
ऑटो ट्रासफर के नाम पर सबसे ज्यादा ठगी
एक महिला ने “ट्रैक ऑन” कम्पनी से कुछ सामान ऑर्डर किया था। जब उसको ऑर्डर किया हुआ सामान नहीं मिला तो उसने टॉल फ्री नंबर पर फोन न करके गुगल पर ट्रैक ऑन कम्पनी लिखा। गुगल पर ट्रैक ऑन लिखते ही वहां नंबर आ गया। महिला ने उस नंबर पर शिकायत की। स्कैमर्स ने उसे कहा कि आप मोबाइल पर “स्पोट एप” डाउनलोड करिए। महिला जैसे ही डाउनलोड करती है तो सारी मोबाईल की सभी डिटेल्स उस स्कैमर्स के पास चली जाती हैं। खाते में जितने भी रुपए होते है सभी खाली हो जाते हैं।