रावत ने निजी कारणों का हवाला देकर चुनाव लड़ने से किया मना
उदयपुर। राजसमंद लोकसभा सीट पर एक बार फिर कांग्रेस पार्टी को नए प्रत्याशी की घोषणा करनी होगी। कांग्रेस पार्टी ने इस सीट पर 25 मार्च को सुदर्शन सिंह रावत के नाम की घोषणा करते हुए चुनाव मैदान में उतारा था। उसके बाद भाजपा ने महिमा विश्वराज सिंह मेवाड को चुनाव मैदान में उतारा लेकिन अब सुदर्शन सिंह रावत ने कांग्रेस पार्टी का टिकट लौटाते हुए सभी को चौंका दिया हैं। रावत ने प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को पत्र लिखकर चुनाव लड़ने में असमर्थता जाहिर की हैं। उन्होंने पत्र में निजी कारणों का हवाला देते हुए कहा कि वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव में जो जनता ने फैसला दिया उसे स्वीकार किया।
अब ठीक चार महीने के बाद फिर से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने पत्र में इस बात को भी जाहिर किया कि पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने शीर्ष नेतृत्व को अंधेरे में रखकर उनके व्यापार को लेकर विदेश दौरे के बारे में जानकारी नहीं दी जबकि पिछले दो माह से वे विदेश दौरे पर थे। जब उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी बनाया हैं तो उन्हें भी बडा आश्चर्य हुआ। उन्होंने कहा कि पार्टी किसी युवा नेता को मौका दे जो इच्छा शक्ति से चुनाव लड़े ओर पार्टी को जिताने का प्रयास करें।
कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा सवाल किसे बनाए प्रत्याशी
सुदर्शन सिंह रावत के चुनाव लड़ने के बाद अब कांग्रेस के लिए एक बड़ा सवाल खडा हो गया हैं कि वे किसे प्रत्याशी घोषित करे। 28 मार्च से नामाकंन प्रक्रिया शुरू होने जा रही हैं। ठीक पहले प्रत्याशी का चयन करना पार्टी के लिए बड़ा मुश्किल होगा। राजसमंद लोकसभा सीट सामान्य सीट हैं। ऐसे में पार्टी यहां से किसे प्रत्याशी घोषित करती हैं, यह देखने वाली बात होगी।