उदयपुर शहर के प्रतापनगर थाना क्षेत्र में अधिवक्ता के साथ हुई मारपीट के मामले में अब नया मोड आ गया हैं। थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत के समर्थन में गुरूवार को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा ओर निष्पक्ष जांच की मांग की।
दरअसल इस मामले में अधिवक्ता के साथ मारपीट करने के बाद उदयपुर बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने जिला कलेक्ट्रेट के अंदर प्रदर्शन कर पुलिस के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी। इस दौरान जिला पुलिस अधीक्षक ने जांच होने तक थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत को एसपी कार्यालय में ड्यूटी देने के आदेश जारी कर दिए थे। इसके बाद श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना में इसमें कूद पडी हैं।
ज्ञापन देने के बाद जिलाध्यक्ष ने जीवन सिंह सेंदवाडा ने बताया कि हिंमाशु सिंह राजावत पर जो भी आरोप लगाए गए हैं वह गलत हैं। वीआईपी ड्यूटी के दौरान अधिवक्ता के गलत साइड से आने की बात सामने आई और थानाधिकारी की और से जो कार्यवाही की गई वह नियमानुसार सही थी लेकिन जिला पुलिस अधीक्षक पर दबाव बनाकर उन्हें वहां से हटवाया गया। ऐसे में उनके मान सम्मान को ठेस पहुंची हैं। इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि इसमें गलत कौन हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि गलत तरीके से दबाव बनाकर अगर कार्यवाही करवाई जाती हैं तो फिर कोई भी अधिकारी कार्य नहीं कर पाएगा। वहीं पार्षद गौरव प्रताप सिंह ने बताया कि एक थानाधिकारी को एक वर्ष में दो बार एक ही थाने में पोस्टिंग देकर उन्हें वहां से हटाने की जो साजिश की जा रही हैं, वह गलत हैं। इस मामले की जांच हो लेकिन उसमें उनके सम्मान को देखते हुए कार्यवाही होनी चाहिए।