उदयपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता डाॅ. प्रवीण खण्डेलवाल को राज्य सरकार ने वरिष्ठ अतिरिक्त महाधिवक्ता ( एएजी ) नियुक्त किया है। प्रमुख शासन सचिव विधि ज्ञानप्रकाश गुप्ता ने इस संबंध में आदेश जारी किए है। जोधपुर हाईकोर्ट में बुधवार को खण्डेलवाल जोधपुर में पद भार ग्रहण करेंगे।
एएजी की सूचना मिलते ही खण्डेलवाल को शुभचिंतकों का बधाई देने वालों ताता लग गया। खास बात यह है कि उदयपुर सेशन कोर्ट से पहली बार किसी अधिवक्ता को इस पद की जिम्मेदारी मिली है।
डाॅ. खण्डेलवाल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, महाधिवक्ता राजेन्द्र प्रसाद ने शिष्टाचार भेट कर आभार व्यक्त किया। शर्मा ने शेष पदों पर शीघ्र नियुक्ति का आश्वासन दिया। इस अवसर पर पूर्व बार अध्यक्ष महेन्द्र नागदा, मनीष शर्मा, विधि प्रकोष्ट के सहसंयोजक सौरभ सारस्वत, नाथु सिंह राठौड़, कुलदीप, मौजूद थे।
डाॅ. खण्डेलवाल ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली सहित वरिष्ठ पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मेरे जैसे छोटे से कार्यकर्ता को यह जिम्मेदारी दी गई है जिसे मैं पूरी निष्ठा एवं ईमानादारी के साथ पूरा करूंगा।
शहर विधायक ताराचंद जैन, ग्रामीण विधायक फुलसिंह मीणा, संासद अर्जुन लाल मीणा, जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, चन्द्रगुप्त सिंह चैहान, जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विवि के कुलपति प्रो. शिवसिंह सारंगदेवोत, प्रमोद सामर, महामंत्री गजपाल सिंह राठौड़, किरण जैन, बार अध्यक्ष भरत जोशी, रामकृपा शर्मा, समाजसेवी नाना वया, कर्मचारी नेता कमलप्रकाश बाबेल, दिनेश गुप्ता, अशोक सिंघवी, महेश बागड़ी, कृष्णकांत कुमावत, कमल कुमावत, ने खण्डेलवाल को बधाई देते हुए कहा कि यह मेवाड़ के लिए गौरव की बात है।
अधिवक्ता डाॅ. प्रवीण खंडेलवाल उदयपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे हैं। वे छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में कई पदों पर रहे। श्रमजीवी कॉलेज में छात्रसंघ अध्यक्ष भी रहे। अधिवक्ता प्रवीण खंडेलवाल वकालत के साथ अधिवक्ताओं के समस्याओं, कोर्ट के मुद्दों को लेकर हमेशा अग्रणी भूमिका रहे। यही नहीं अस्पताल, नगर निगम, बस और रेलवे से जुड़े सार्वजनिक मुद्दों पर उन्होंने हमेशा मुखरता के साथ आवाज बुलंद की।
वे गरीबों को कानूनी मदद देने और दिलाने, कमजोर लोगों के पक्ष में खड़े होकर मजबूती देने में उनके साथ खड़े रहे। अपनों से सीनियर अधिवक्ताओं को सम्मान देने और जूनियर वकीलों की मदद करने में हमेशा आगे दिखाई दिए।
अधिवक्ता खंडेलवाल ने बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से दिए गए दायित्व को बेहतर ढंग से निभाया। राममंदिर आंदोलन से लेकर मंदिर निर्माण के कार्यक्रमों में उन्होंने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
डाॅ. खण्डेलवाल राम मंदिर कार सेवा के दौरान 15 दिनों तक उन्नाव जेल में रहे। पार्टी और सामाजिक आंदोलनों में भी अहम भूमिका निभाते रहे। उदयपुर में झीलों के संरक्षण के लिए सड़क से लेकर कोर्ट तक की लड़ाई का न केवल प्रवीण खंडेलवाल ने नेतृत्व किया बल्कि वे इस आंदोलन में हमेशा अग्रिम पंक्ति में दिखाई दिए।
इसमें कोई दोहराए नहीं कि जोधपुर में हाईकोर्ट में बतौर एएजी पद पर रहते हुए प्रवीण लोगों की भलाई के अपने कार्यों को मजबूती के साथ आगे बढ़ाएंगे।