राजस्थान में विधानसभा चुनाव 25 नवंबर को होने जा रहे हैं। तीन दिसंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे जारी होंगे। नौ अक्टूबर को चुनाव की तारीख की घोषणा होते ही पूरे प्रदेश में आचार संहिता लागू हो चुकी है। भय और धनबल से मुक्त पारदर्शिता से चुनाव करने के लिए प्रतिबद्ध निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा चुनाव के बीच पुलिस एक्शन मोड में है।
आचार संहिता लागू होने के बाद अब तक पुलिस ने राजस्थान से 376 करोड़ रुपए की नगदी, शराब, नशीले पदार्थ और आभूषण जब्त किए हैं। कथित तौर पर जिसका इस्तेमाल चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए किया जाना था। बात करें 2018 की आचार संहिता की तो 65 दिनों के मुकाबले 510 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई हैं। विभिन्न एंजेसियों द्वारा जारी किए गए आंकड़ो के मुताबिक जयपुर सबसे टॉप पर हैं।
जयपुर अव्वल स्थान पर 61.52 करोड़ के अवैध सामग्री जब्त
अवैध सामग्री जब्त में प्रदेश में जयपुर टॉप स्थान पर रहा हैं। वहीं अलवर में 18.37 करोड़, उदयपुर में 18.35 करोड़, बीकानेर में 17. 89 करोड़, जोधपुर में 17.16 करोड़ की सीजर, चित्तौड़गढ़ में 16.65 करोड़, नागौर में 15.19 करोड़, भीलवाड़ा में 14. 90 करोड़, बांसवाड़ा में 14.41 करोड़ की सीजर, कोटा में 13.88 करोड़, बूंदी में 13.65 करोड़, बाड़मेर में 12.57 करोड़, हनुमानगढ़ में 11.46 करोड़ की सीजर, सिरोही में 10.41 करोड़ और गंगानगर में 10.40 करोड़ की अवैध सामग्री बरामद की गई हैं।
निगरानी के लिए बनाया गया “ स्टॉर्म क्लब”
राजस्थान में विधासभा चुनाव 25 नवंबर से हैं। चुनाव प्रचार के दौरान उम्मीदवारों द्वारा मतदाता को अवैध रुप से प्रभावित नहीं किया जा सके इसके लिए स्टॉर्म क्लब बनाया गया है। इसके माध्यम से कड़ी निगरानी की जा रही हैं।