विधानसभा चुनाव से पहले मेवाड के राजपूतों ने एक साथ सामाजिक मंच पर अपनी एक जुटता दिखाने का प्रयास किया हैं और शक्ति प्रदर्शन कर राजनैतिक पार्टियों को अपना दमखम दिखाने की कोशिश की हैं। 17 सूत्री मांगो को लेकर श्री राजपूत करणी सेना की न्यायधिकार महासभा का आयोजन शनिवार को गांधी ग्राउंड में हुआ। जहां पर हजारों की संख्या में जुटे राजपूत समाज के लोगों ने सरकार से इन मांगो को पूरा करने की मांग की।
मेवाड की वीर भूमि से राजपूतों ने हुंकार भरते हुए विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और भाजपा के सामने अपनी ताकत दिखाई हैं। श्री राजपूत करणी सेना की मुख्य मांग भी महाराणा प्रताप की जयंति पर सरकारी अवकाश घोषित करने की हैं। इसके अलावा टीएसपी क्षेत्र में सामान्य वर्ग को पंचायती राज में आरक्षण देने, राजस्थानी भाषा को राजभाषा की मान्यता देने, ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण के लिए बोर्ड का गठन करने, ईडब्ल्यूएस आरक्षण को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत कर पंचायतीराज, नगरनिगम एवं नगर निकाय के चुनाव में लागू करने व आयु सीमा में छूट देने, जाति के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था को बंद कर आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू करने, एसटी/एससी एक्ट की जांच में प्रावधान मुकदमे की जांच कर गिरफ्तारी की जाने और निर्दोष पाए जाने पर जिस व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज किया है उस पर कानूनी करने जैसी मांगो को प्रमुख तौर से सरकार तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी।
इसके अलावा विधानसभा चुनाव में भी राजपूत समाज को पूरा नेतृत्व मिले इस पर भी जोर दिया जाएगा। श्री राजपूत करणी सेना की 17 सूत्री मांगो में से 1 मांग पूरी होने पर करणी सेना ने अन्य मांगो को जल्द पूरा करने की मांग की। गांधी ग्राउंड में हुए कार्यक्रम में मंच पर पूर्ण रूप से सामाजिक लोगों को जगह दी गई ताकि समाज की एकता नजर आ सकें।