उदयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान की विधानसभा को पेपर लैस करने और विधानसभा का एक डिजीटल चैनल शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है।
साथ ही प्रत्येक विधायक अपनी बात रखे और उसकी बात का सकारात्मक समाधान हो इसका भी प्रयास किया जा रहा है। वहीं विधायकों के अधिकारों का संरक्षण हो और अधिकारी उनकी बात को माने इसके भी प्रयास किया जा रहा है।
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी मंगलवार को सर्किट हाउस में एक पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान देवनानी ने कहा कि विपक्ष का काम है सरकार को घेराव करना और सरकार का प्रयास रहता है कि वे जवाब दे सकें। दोनों के बीच विरोधाभास होता है तो वे वैल में आते है।
इसके लिए अच्छा है कि खुद ही पहल करके दोनों पक्षों को टेबल पर बुलाकर बात कर लो और समस्या का समाधान हो जाएगा। इसके साथ ही देवनानी ने कहा कि ईआरसीपी के मुद्दे पर विपक्ष वैल में आ गया था और विपक्ष बहस चाहता था तो मैने सरकार से पूछा और विपक्ष अपनी कुर्सियों पर चला गया। सदन में दूसरे दिन डिबेट हुई।
बहस में आमने-सामने हो गए दोनों को बुलाकर बात कर ली। लेखानुदान के मुद्दे पर भी विपक्ष और सत्ता पक्ष को टेबल पर बुलाकर समझाईश कर दी। देवनानी ने कहा कि सदन ज्यादा से ज्यादा चले इसका प्रयास किया जा रहा है ताकी सभी विधायक अपनी बात रख सके और सार्थक बहस हो इसका प्रयास है।
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि पहली बार राजस्थान विधानसभा में सर्वदलीय बैठक बुलाई और चर्चा की। देवनानी ने कहा कि जो भी विधायक मिलना चाहता हो उसके लिए दरवाजे खुले है। देवनानी ने कहा कि डिजीटल युग को देखकर तीन नए नवाचार किए है। जिसमें पहले हैल्प डेस्क बनाई है नए विधायकों के लिए।
व्हाट्स एप्प चैनल शुरू कर रहे है और एक डिजीटल चैनल भी शुरू कर रहे है ताकी विधानसभा की कार्यवाही देख सकेें। साथ ही विधानसभा को गुजरात विधानसभा की तर्ज पर पेपर लैस करने की तैयारी की जा रही है।
हर टेबल पर स्क्रीन है और प्रश्र व आंसर मिल जाता है। इसी तर्ज पर राजस्थान विधानसभा को भी पेपर लैस किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने कहा कि हर विधायक को अनुशासन, नियमावली और परम्परा का पालन करना होगा और इसके थोड़ा कठोर होना आवश्यक है।
विधायक के अधिकारों का संरक्षण करूंगा राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि विधायकों के अधिकारों का संरक्षण हो इसका प्रयास किया जा रहा है। हर अधिकारी हर विधायक की बात सुने, इसके निर्देश दिए।
समितियों की रिपोर्ट को रखेंगे विधानसभा में देवनानी ने कहा कि विधानसभा में कई समितियंा बनी हुई है और इन समितियों की रिपोर्ट को कभी विधानसभा में नहीं रखा जाता है और इस पर बहस करवाई जाएगी।