उदयपुर। वन,टू थ्री और आंचल मात्र तीन सेकण्ड में आग से धधकते बाडे में से बाहर निकल आयी। सांस रोक देने वालें इस एडवेंचर विद फायर कार्यक्रम को देखने गांधी ग्राउण्ड में तीन घण्टे से एकत्रित हुई 15 हजार से अधिक भीड़ के लिये यह कार्यक्रम किसी अचम्भित,अविश्वसनीय एवं अकल्पनीय से कम नहीं था।

प्रारम्भ में कार्यक्रम संयोजक डॉ.जिनेन्द्र शास्त्री ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से जादूगर आंचल द्वारा गांधी ग्राउण्ड में आयोजित किये जाने वाले एडवेंचर कार्यक्रम की तैयारियां कर रही थी। 150 फीट लम्बी लोहे की जंजीर एवं 131 तालों से बांधी जादूगर आंचल के बक्से को शाम 7 बजकर 17 मिनिट चारे के बाड़े में उतारा और कार्यक्रम संचालन कर रहे जादूगर राजकुमार द्वारा वन,टू, थ्री बोलते ही आंचल उस धधकते बाडे़े में से बाहर आ गयी।
उसके बाहर आते ही गांधी ग्राउण्ड तालियों से गूंज उठा। सह संयोजिका किरण जैन ने बताया कि जादूगर आंचल का यह देश में तीसरा और उदयपुर में पहला शो था। इससे पूर्व आंचल ने औरगांबाद व हरिद्धार में इस प्रकार का शो कर चुकी है। आंचल को जंजीरों से बांधने से पूर्व जंजीर व तालों का चौक कराया गया। जिनका कुल वजन 80 किलो था। आंचल को बांध कर बॉक्स में उतारा गया।
बाद में उसे एल्यूमिनियम की पत्तियों से वेल्ड किया गया। तब उसे विशालकाय क्रेन की सहायता से गांधी ग्राउण्ड में चारें के बाड़े में उतारा गया। जनता ने भारत माता के जयकारें लगाये। बॉक्स में जाने से पूर्व आंचल ने बताया कि उनका यह शो मनोरंजन नहीं वरन् आज के युवाओं को एक संदेश देना कि जीवन में वे तनाव से मुक्त रहे क्योंकि तनाव उनकी जिदंगी समाप्त कर रहा है। शो से पूर्व आंचल ने अपने पिता गिरधारीलाल कुमावत से आशीर्वाद लिया और बॉक्स को छूआ।