प्याज की लगातार बढ़ती कीमते एक बार फिर आम व्यक्ति के रसोई का बजट बिगाड सकती है। करीब एक माह पहले प्याज के दाम जहां 20 से 25 रूपए प्रतिकिलो हुआ करते थे वहीं अब प्याज के दामों में एक दम उछाल आया हैं। प्याज के दाम अब 70 रूपए प्रतिकिलो पहुंच गए हैं।
एक दम दामों में उछाल आने से लोगों की परेशानी बढ़ गई हैं। खासकर महिलाओं के लिए अपना घर चलाना मुश्किल हो गया हैं। रसोई में कोई भी सब्जी बने और उसमें प्याज का छौंक नहीं लगे ऐसा मुमकिन नहीं हैं लेकिन इसी तरह अगर प्याज के दाम बढ़ते रहे तो गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी कुछ समय के लिए प्याज रसोई से घायब हो जाएगा। गत वर्ष प्याज के दाम जब आसमान पर पहुंचे थे तब प्याज आम व्यक्ति के लिए खरीदना मुश्किल हो गया था और एक बार फिर वैसे ही हालात बनते दिखाई दे रहे हैं।
हांलाकि केन्द्र सरकार इस कौशिश में लगी हुई है कि प्याज के बढ़ते दामों को रोका जाए लेकिन मुमकिन होता दिखाई नहीं दे रहा हैं। प्याज की आवक घटने से प्याज के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। इस साल अलनीनो की वजह से बारिश चक्र पर असर पड़ा। बारिश कहीं कम हुई तो कहीं देरी से हुई। इसी वजह से उन राज्यों में फसल की बुआई समय पर नहीं हो सकी और इसका परिणाम यह रहा कि प्याज की आवक मंडी में नही होने से दाम बढ़ते ही जा रहे है। पिछले दो साल से मंडी में किसानों को प्याज का सही दाम नहीं मिल पा रहा है। यही वजह है कि इस साल प्याज उत्पादक दो मुख्य दक्षिणी राज्यों कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में खरीफ प्याज की बुआई कम हुई है। ऐसे में अब प्याज की कीमत पर इसका असर दिखना तय है।