जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने घटना स्थल का किया मुआयना
उदयपुर जिले का गोगुंदा क्षेत्र इन दिनों तेंदुए के हमले से परेशान हैं। गोगुंदा क्षेत्र की अलग—अलग पंचायतों में तेंदुए ने पिछले दस दिनों में अब तक आधे दर्जन लोगों को अपना शिकार बना दिया हैं। लगातार तेंदुए के हमले से लोगों में दहशत का माहौल है ओर कुछ जगहों पर तो लोग अपने घरों में कैद है और बाहर आने को तैयार नहीं हैं।
इस बार तेंदुए ने बडगांव थाना इलाके के राठौड़ो का गुड़ा में मंदिर के पुजारी का शिकार किया और मंदिर से करीब 500 मीटर दूरी पर मक्के के खेत में पुजारी का शव पड़ा मिला। तेंदुए ने महाराज के शव को जगह—जगह से नौंच दिया। ऐसे में उसे देख पाना भी मुश्किल हो रहा था। आसपास के लोगों को सुबह जब इस बात की जानकारी हुई तो लोगों में भय और आक्रोश व्याप्त हो गया।
इसके बाद लोगों ने वन विभाग, पुलिस और प्रशासन को हमले की जानकारी दी तो वन विभाग के डीएओ अजय चित्तौड़ा, बड़गांव एसडीएम निरमा विश्नोई, तहसीलदार पर्वत सिंह, थानाधिकारी पूरण सिंह, विकास अधिकारी जितेंद्र रजावत मौके पर पहुंचे और घटना के बारे में जानकारी ली। बताया जा रहा है कि तेंदुआ पुजारी की गर्दन, एक हाथ और छाती का हिस्सा खा गया। मंदिर के 65 वर्षीय पुजारी विष्णुगिरी सेवा – पूजा करते थे।
पुजारी मंदिर के बाहर सो रहे थे। उस दौरान देर रात तेंदुए ने उन पर हमला किया। इससे पुजारी की मौत हो गई। पुजारी ने शादी नही की थी। वे बाल ब्रह्मचारी थे। वे हनुमान जी मंदिर के पुजारी थे। मंदिर छोटा होने से वे रोज मंदिर के खुले परिसर में ही सोते थे। मंदिर के ठीक पास एक पानी की टंकी है। जहां सुबह करीब 6 बजे कुछ ग्रामीण पानी भरने के लिए आए तो वे मंदिर के बाहर खून के निशान देखकर हैरान रह गए।
जिला कलक्टर पोसवाल पहुंचे राठौड़ों का गुड़ा, घटनास्थल का किया मुआयना
बडगांव थाना क्षेत्र के राठौड़ों का गुड़ा में मंदिर के पुजारी पर तेंदुए के हमले की जानकारी के बाद सोमवार को जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल घटना स्थल पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। कलेक्टर ने जानकारी लेने के बाद पुलिस और वन विभाग को आवश्यक दिशा निर्देश दिए साथ ही पूरी सावधानी व गंभीरता से सर्च आपरेशन चलाने की बात कही। पोसवाल ने आमजन से सावधानी रखने का आह्वान किया साथ ही अकेले नहीं घूमने और खुले में नहीं सोने की अपील की।
राठौड़ा का गुडा में वन विभाग ने लगाए दो पिंजरे
बड़गांव थाना क्षेत्र के राठौड़ा का गुडा गांव में रविवार देर रात को तेंदुए के हमले में पुजारी की मौत होने के बाद वन विभाग के डीएफओ अजय चित्तौडा ने मौके पर पहुंचकर दो पिंजरे लगवाए। वहीं घटना के बाद ग्रामीण मृतक के परिजन को मुआवजा देने की मांग पर अड गए। ग्रामीणों ने डीएफओ को बताया कि अभी तक जहां—जहां पर तेंदुए ने हमले किए उसके आसपास के गांवो में दहशत का माहौल बना हुआ हैं। ग्रामीण अपने घरों से बाहर निकलने में भी सोच विचार कर रहे है। लोगों ने वन विभाग से राहत दिलाने की मांग की।
पिछले दस दिनों में वन विभाग के पिंजरों में आ चुके है चार तेंदुए
गोगुंदा क्षेत्र में लगातार तेंदुए के हमले के बाद वन विभाग जहां पर पिंजरे लगाए उनके में कुल 4 तेंदुए कैद हो गए लेकिन अभी तक हमले लगातार जारी हैं। 11 दिनों में आधे दर्जन लोगों का शिकार करना चिंताजनक हैं। राठौडो का गुडा गोगुंदा वन क्षेत्र के समीप स्थित हैं। इससे पहले जहां पर तेंदुए ने हमले किए वहां पर वन विभाग की टीम ने पिंजरा लगाए और अब तक चार तेंदुए कैद भी हुए लेकिन अभी तक कौनसा तेंदुआ आदमखौर है और किसने तेंदुए ने शिकार किए है इसकी पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई हैं।
रविवार को सांसद मन्नालाल रावत ने ली थी अधिकारियों की बैठक
उदयपुर सांसद डॉ.मन्नालाल रावत ने रविवार को वन विभाग और पुलिस प्रशासन के साथ मीटिंग की। बैठक में तय किया गया कि उदयपुर में इको सिस्टम ठीक करने के लिए हिरण, सांभर और खरगोश जैसे जानवरों को गोगुंदा और झाड़ोल के इलाकों में छोड़ा जाएगा। एक वैन चलाई जाएगी जो गांव-गांव जाकर लोगों से अपील करेगी कि अकेले वन्य क्षेत्र में न मवेशी चराने न चारा लेने जाए।बैठक में सांसद ने कहा कि ग्रामीणों की सुरक्षा करना और इस तरह के हमले रूकने चाहिए इसके लिए सभी को एक जुट होकर कार्य करना होगा।