उदयपुर। शहर की झीलों में अब स्पीड बोटें नहीं चलेगी, केवल इको फ्रेंडली बोटें ही चलेगी। जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने स्पष्ट रूप से आदेश जारी किए है कि अब स्पीड बोट के टेण्डर नहीं होगा। साथ ही कलेक्टर ताराचंद मीणा ने झील स्वच्छता समिति की बैठक समय पर नहीं होने पर नाराजगी जताई और आगे से बैठक समय पर नहीं होने पर अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने सोमवार को झीलों की स्वच्छता के लिए गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक ली। बैठक में कलेक्टर मीणा ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब झीलों में स्पीड बोटें नहीं चलेगी और ना ही इनका टेण्डर होगा। झीलों में केवल इको फ्रेंडली नावें ही चलेंगी और जिस नाव से प्रदूषण फैल रहा होगा वे नावें नही चलाई जाएगी। कलेक्टर ने निगम द्वारा झीलों की फफाई को लेकर किए जा रहे प्रयासों की भी जानकारी ली, जिसमें कलेक्टर ने नाराजगी जताई कि निगम प्रतिमाह लाखों रूपए खर्च करने के बाद भी झीलों की सफाई सही तरीके से नहीं कर पा रहा है।
जिला कलेक्टर ने निगम आयुक्त वासुदेव मालावत को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे झीलों की सफाई पर विशेष ध्यान देंवे। साथ ही झील स्वच्छता समिति की बैठक नियमित न होने पर कलक्टर ताराचंद मीणा ने नाराजगी जताई। कलेक्टर ने कहा कि झील स्वच्छता समिति की बैठक समय पर नहीं होने से झीलों की सफाई की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और ना ही इस पर चर्चा हो रही है। कलक्टर मीणा ने कहा कि समय पर बैठक आयोजित न करने पर किसी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। इस बैठक मेें जिला परिषद सीईओ सलोनी खेमका, निगम आयुक्त वासुदेव मालावत, ट्रैफिक डिप्टी कुशाल चौरड़िया सहित सभी सदस्य मौजूद रहे।