उदयपुर में शुक्रवार को निर्जला एकादशी का पर्व बडे ही धूमधाम से मनाया गया। निर्जला एकादशी के मौके पर शहर के सुप्रसिद्ध जगदीश मंदिर के साथ सभी प्रमुख मंदिरों में भक्तों की भारी भीड रही। इस दिन भगवान जगदीश को पूरे दिन न ही भोग धराया जाता र्है न ही जलपान करवाया जाता है इसलिए शुक्रवार को पूरे दिन भगवान निर्जल ओर निर्राहार रहेगे। इसलिए शुक्रवार को हजारों भक्तों ने निर्जल और निराहार रहते हुए भगवान के दर्शन किए और अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए प्रार्थना की। जगदीश मंदिर में शुक्रवार को अलसुबह भगवान जगदीश की मंगला आरती के उन्हेंं पंचामृत से स्नान करवाया गया और उसके बाद भक्तों ने भगवान के दर्शन किए। सुबह 4.30 पर हुई मंगला आरती के दौरान भक्तों की भारी भीड थी। हर कोई भक्त मंगला आरती के दर्शन करना चाहता था ऐसे में अलसुबह ही हजारों भक्त जगदीश मंदिर पहुंच गए।

पर्व को लेकर जगदीश चौक व आसपास के क्षेत्रों में मेले-सा माहौल रहा। इस अवसर पर एकादशी पर्व पर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह रहा। सुबह से ही मंदिरों में दर्शनों को लम्बी कतारें लगनी शुरू हो गई। श्रद्धालुओं ने भगवान जगन्नाथ, महालक्ष्मी एव श्रीकृष्ण भगवान के मंगला चरण व आरती दर्शन का लाभ लिया। कई श्रद्धालु कमल पुष्प लेकर भगवान के दर्शनों को पहुंचे। निर्जला एकादशी पर श्रीनाथ मंदिर, अस्थल मंदिर, बाईजी राज कुंड, मीठाराम मंदिर आदि में भी विशेष अनुष्ठान हुए व भक्तों का तांता लगा रहा।
जगदीश मंदिर के बाहर भक्तों के लिए टेंट कुलर की व्यवस्था की गई
निर्जला एकादशी के मौके पर प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी जगदीश मंदिर में हजारों भक्तो का सुबह ही जमावडा लग गया। महिलाओं के साथ—साथ पुरूषों सहित अन्य सभी आयुवर्ग के भक्त मंदिर परिसर में मौजूद थे। यहां आने वाले भक्तों को किसी प्रकार की कोई परेशान नही हो। मंदिर के बाहर और अंदर दोनों तरफ खुले परिसर में टेंट लगाए गए साथ ही जगह—जगह पर जम्बो कुलर रखे गए थे ताकि भक्तों को गर्मी से बचाया जा सकें। देवस्थान विभाग, धर्मोत्सव समिति, रथ समिति आदि की ओर से छाया पानी की विशेष व्यवस्था की गई। विभिन्न संगठनों ने जगदीश मंदिर मार्ग पर टेंट लगाकर दर्शनार्थियों के लिए जलपान की व्यवस्था की। व्रतधारियों के लिए भी विभिन्न स्थानों पर फ लाहार आदि का बंदोबस्त किया गया।