उदयपुर जिले में नई शिक्षक भर्ती में चयनित शिक्षको की निजी संस्थानो से अर्जित डिग्री का सत्यापन समय पर नही कराने, लेवल टू में चयनित दिव्यांग शिक्षकों की मेडिकल बोर्ड द्वारा जांच रिपोर्ट नही मिलने सहित सैकड़ो शिक्षकों की काउसलिंग के होने के बाद भी विद्यालय में कार्य ग्रहण अटक गया।
आचार संहिता लगने से आज कार्यग्रहण करने गए विभिन्न सीबीइओं कार्यलयो में शिक्षको को आचार संहिता का हवाला देकर वापिस लौटा दिया गया।राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष शेर सिंह चौहान के नेतृत्व में पीडित शिक्षक जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी कीर्ति राठौड़ से मिलकर निजी संस्थानो की डिग्री का सत्यापन तथा दिव्यांग शिक्षको की मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट की कार्यवाही शीघ्र कराने के साथ साथ इन शिक्षको के आचार संहिता के कारण विद्यालयों कार्यग्रहण की प्रक्रिया पर लगी रोक हटाने की अनुमति चुनाव आयोग के शीघ्र प्राप्त करने की मांग की है, इससे विद्यालयो में नए शिक्षक मिलने से बालको की पढ़ाई का कार्य निरंतर व सुचारू रूप से हो सके। प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष सतीश जैन, नवीन व्यास, कमलेश शर्मा, भैरूलाल कलाल, रईस खान, प्रेम सिंह भाटी, महावीर गुर्जर,मंगला राम देवासी, दिग्विजय दर्जी, योगेश मेनारिया, कन्हैयालाल मीणा मौजूद थे।