उदयपुर। अगर हमें चलने को जमीन और उड़ने को आसमान मिले तो वो कमाल दिखा सकते हैं, जिसकी कोई उम्मीद भी नहीं कर सकता। मौका था नारायण सेवा संस्थान एवं डीसीसीआई द्वारा आयोजित तीसरी नेशनल शारीरिक दिव्यांग क्रिकेट चैंपियनशिप का।
जिसमें दिव्यांग क्रिकेटर खेल में एक हाथ से लम्बे -लम्बे छक्के जड़ रहा है तो कई शानदार टाइमिंग के साथ बॉल को सीमा रेखा से पार कर रहा है। तो कोई एक पांव पर दौड़ते हुए बॉल की फिल्डिंग भी कर रहा है या अविकसित आधे -अपूर्ण हाथ -पैर और दिव्यांगता के बावजूद धारदार तेज या स्पिन गेंदबाजी का कहर बरसा रहा है… जिसे हर कोई देख आश्चर्य चकित हो जाता है। फटाफट क्रिकेट के फॉर्मेट में सजी धजी बैटिंग और बोलिंग का अदभुत नजारा हर किसी के लिए प्रेरणादायी बनता जा रहा है।
चैंपियनशिप के पांचवें दिन विभिन्न मैदानों पर दो पारियों में कुल 8 मैच हुए । संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि पहली पारी में हैदराबाद- गुजरात, कर्नाटक – राजस्थान, मुंबई – बिहार और बंगाल – आंध्रा के बीच मुकाबले हुए जिसमें क्रमशः गुजरात ,कर्नाटक ,मुंबई और बंगाल ने जीत दर्ज की ।
मेजबान राजस्थान को कर्नाटक के हाथों हार मिली। मैन ऑफ द मैच गुजरात के रोहन वाघेला ,कर्नाटक के विजय हाड़िमानी,मुंबई के विक्रांत कैनी और बंगाल के जयेश परमार रहे। मैन ऑफ द मैच समारोह के अतिथि पंकज गुप्ता, सुरेश गुप्ता, देवेंद्र सिंह, करणीदान, भूपेंद्र सिंह, सरस डेयरी के महेश पालीवाल ने खिलाड़ियों को ट्रॉफी और पुरस्कार राशि भेंट की।
ग्राउंड कोर्डिनेटर गोपेश शर्मा और शीतल अग्रवाल ने बताया कि दूसरी पारी में पंजाब -उड़ीसा, तमिलनाडु – गोवा, महाराष्ट्र- बड़ौदा और उत्तरप्रदेश- उत्तराखंड के बीच मैच खेले गए। जिसमें उड़ीसा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और उतरप्रदेश विजयी हुआ। महाराष्ट्र के स्वप्निल, मुंबई के ऋषिकेश यशपाल, कर्नाटक के विजय और शिवाशंकर व राजस्थान के इकबाल ने शानदार अर्धशतक लगाए।
इस टूनामेंट में सबसे कम स्कोर बनाने का रिकॉर्ड उत्तराखंड के नाम बना। उत्तराखंड ने पहले बेटिंग करते हुए 8.5 ओवर में आल आउट हो गई। यूपी के राधिका प्रसाद ने 4 ओवर में 8 रन खर्च कर 4 विकेट लिए। यह मुकाबला यूपी ने 9 विकेट से जीता।
दूसरी पारी के मैन ऑफ द मैच यूपी के राधिका प्रसाद,तमिलनाडु के पी विक्टर, महाराष्ट्र के स्वप्निल और प्रफुल तराई को समारोह अतिथि अंतराष्ट्रीय स्कोरर मनोज भटनागर, राजकुमार, अखिलेश अग्रवाल, दिलीप कुमार, महेंद्र सिंह ने ट्रॉपी और अवार्ड से सम्मानित किया।