जयपुर। सीएम भजनलाल शर्मा अपने मंत्रिमंडल का विस्तार इस सप्ताह कर सकते हैं। शर्मा ने दोनों उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा के साथ दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की।
सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल के नामों पर अंतिम मुहर आज लग सकती है। तीनों नेता दिल्ली से वापस लौट आए हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि नव गठित होने वाले मंत्रिमंडल में डॉ किरोड़ीलाल मीणा, अनिता भदेल जैसे वरिष्ठ चेहरों के साथ संजय शर्मा, जेठानंद व्यास जैसे विधायक भी जगह बना सकते हैं। हालांकि, जातीय समीकरणों के आधार पर मुख्यमंत्री और केंद्रीय नेतृत्व का सामंजस्य बिठाने पर अधिक जोर हो सकता है। वहीं, आने वाले लोकसभा चुनाव की झलक भी भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल में नजर आ सकती है।
मेवाड़-वागड से भी कई नए चेहरों को मिल सकती है कैबिनेट में जगह
भाजपा की इस सरकार में उदयपुर संभाग से भाजपा को 18 विधायक मिले है और एक चित्तौड़ से एक निर्दलीय विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या भी भाजपा के खेमे में ही है। इसके बाद से ही अब उदयपुर संभाग से कौन-कौन मंत्री बनेगा इसको लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। प्रदेश में किसी की भी सरकार हो पर उदयपुर संभाग से दो से तीन विधायकों को केबिनेट मंत्री बनने का मौका मिलता है और तीन विधायकों को राज्यमंत्री बनाया जाता है। इस बार प्रदेश में भाजपा ने जिस तरह से युवा मुख्यमंत्री का चेहरा चुना था, उसे देखकर यह स्पष्ट रूप से अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार संभवतया युवा चेहरों को ही मंत्री बनने का मौका मिलेगा और जो वरिष्ठ विधायक है उन्हें संगठन का काम दिया जाएगा।
उदयपुर : बन सकते है दो मंत्री
उदयपुर जिले में 8 में से से भाजपा की झोली में 6 सीटे गई है। ऐसे में दो के मंत्री बनने की संभावना जताई जा रही है। जिसमें राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया के कोटे से उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन को राज्य मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं चौथी बार झाडोल से विधायक बाबूलाल खराड़ी को भी मंत्री मंडल में जगह देकर आदिवासी समाज को साधा जा सकता है।
राजसमंद : संभाग की भाजपा की इकलौती महिला विधायक को मौका
वहीं राजसमंद से भाजपा ने चारों सीटें जीती है और चारों ही प्रबल दावेदार है। नाथद्वारा में विश्वराज सिंह ने कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ. सीपी जोशी को हराया है तो उन्हें भी मौका दिया जा सकता है। राजसमंद से दीप्ति माहेश्वरी संभाग से भाजपा की इकलौती महिला विधायक दीप्ति माहेश्वरी को मौका दिया जा सकता है। वहीं इसी संभाग से हरिसिंह रावत भी चौथी बार विधायक है और वे भी दौड़ में है।
चित्तौड़ : दक -जीनगर को मिल सकता है मौका
चित्तौड़ जिले से भी कपासन से विधायक अर्जुन लाल जीनगर को मौका देखकर भाजपा एससी समाज को साध सकते है। वहीं दूसरी बार जीत गौतम दक युवा के साथ-साथ मंत्री बनने की दौड़ में है। निम्बाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी पूर्व में केबिनेट मंत्री रह चुके है तो वे भी बन सकते है।
कैलाश मीणा व डेचा को भी मौका
डूंगरपुर और बांसवाड़ा में इस बार बाप पार्टी ने भाजपा को काफी नुकसान दिया है और इसी कारण भाजपा के दिग्गज चेहरे चुनाव हार गए है। इसी को देखते हुए भाजपा लोकसभा चुनाव की आहट को नजदीक देखकर गढ़ी विधायक कैलाश मीणा और सागवाड़ा विधायक शंकरलाल देचा को भी केबिनेट में जगह देकर आदिवासी समाज को अपनी ओर करने का प्रयास कर सकती है।